साहित्य

इसको मेहनत नहीं रिश्वत कहते हैं….इसलिए मैंनें रुपए नहीं लिए”

*रिश्वत* डॉ० अशोक एक डिग्री कॉलेज में हिंदी के प्रोफेसर थे। वे स्टूडेंट्स को हिंदी में पीएचडी करवाने व पीएचडी के लिए शोध विषय चुनने में मदद करते थे। वे एक स्थानीय समाचार पत्र के भी सम्पादक थे। नितिन उनके ऑफिस में समाचार पत्र के एडिटर के तौर पर कार्य करता था। नितिन को अशोक […]

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“कौन कहता है कि इंसानियत मर चुकी है इस दौर में……….”

दफ़्तर से अपना काम ख़तम करने के बाद जब अपने घर के लिए गुप्ता जी निकलने लगे तो उस समय उनकी घड़ी में तक़रीबन रात के 9 बज रहे थे । हालांकि रोज़ गुप्ता जी शाम 7 बजे के लगभग अपने ऑफिस से निकल जाया करते थे लेकिन आज काम के दवाब के कारण कुछ […]

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”क‌ई सुनहरी और ख़ुशनुमा यादों का बक्सा अनिरूद्ध ने अपने दिल में सहेजकर रखा है”

Seema Devendra Pandey  ============ · अनिरूद्ध अभी ऑफिस जाने की तैयारी कर ही रहा था, तभी एक अंजान नंबर से उसके मोबाइल पर कॉल आया. अनिरूद्ध के फोन उठाते ही उधर से उस व्यक्ति ने कहा, “नमस्ते अवस्थीजी मैं रायपुर से एस्टेट एजेंट बजाज बोल रहा हूं. आपका पांच मिनट समय चाहिए.” एस्टेट एजेंट सुनते […]

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#वहां_कौन_है_तेरा_मुसाफ़िर_जाएगा_कहां………By-मनस्वी अपर्णा

मनस्वी अपर्णा =============== #वहां_कौन_है_तेरा_मुसाफ़िर_जाएगा_कहां अमिताभ बच्चन अपने एक इंटरव्यू में कहते हैं कि जब आप खुश होते हैं तो आपको गीत की लय और उसके संगीत का आनन्द आता है लेकिन जब आप दुःख में होते हैं तब गीत के बोल और उसका वास्तविक अर्थ समझ आता है, ये कमाल की बात है ऐसा होता […]

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मगर किसी को नहीं पता वो कहा है ? किस हाल में है ?

Rishi Kumar Pandey ============= शादी के 40 साल बाद आज उन्होंने बातो बातों में किसी बात से नाराज़ होकर सब के सामने कहा की, ” तूने आज तक किया ही क्या है ? सिर्फ घर पे खाना बनाना और बच्चो को संभालना और वैसे भी आज कल बच्चे भी तुम्हारी बात कहा सुनते है ? […]

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एक औरत के त्याग की कहानी : पगलिया

Mritunjay Pandey =========== एक औरत के त्याग की कहानी: पगलिया “ए सुनीता, देखो पगलिया बैठी है दुआर पर. कुछ बचा है तो दे दो खाने को. इसका भी ना जाने कौन जनम का कर्जा खाए हैं. दोनों बेर (वक्त) का खाना महरानी को यहीं से चाहिए. जैसे कि नौकर लगे हों इनके.“ नलके का हैंडिल […]

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जंगल मे शेर ने एक फैक्ट्री डाली….गंभीरता से सोचिए……????????

Mritunjay Pandey ============ जंगल मे शेर ने एक फैक्ट्री डाली…. उसमे एकमात्र काम करने वाली एक चींटी थी जो समय से आती जाती थी और फैक्ट्री का सारा काम अकेले करती थी शेर का व्यसाय बहुत ही व्यवस्थित ढंग से चल रहा था। एक दिन शेर ने सोचा कि ये अकेली चींटी इतना सुंदर काम […]

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कितना दर्द सहा होगा उसने

Anand Pandey ============== आज दिनभर दुकान पर दीप्ति का मन उचाट-सा रहा. दिमाग़ में उथल-पुथल मची रही. सुबह घर से निकलते समय ही मांजी यानी दीप्ति की सास ने धीमे स्वर में कह दिया था कि बेटी शाम को जल्दी घर आ जाना और उनके जल्दी घर आ जाने का अर्थ वह भली-भांति समझती थी. […]

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‘सांझी दुनिया’…अब कम से कम छोटे-मोटे ख़र्चे तो पूरे हो जाते हैं!

Anita Manoj Social Worker ====== ‘सांझी दुनिया’ मम्मी फिर पीछे पडी थीं, “बेटा, अच्छा नहीं लगता, अब तो तू उस शहर से जा ही रही है। मिल आ एक बार” “क्या मम्मी, तुम्ही ने तो बताया था, रमेश भैया के बारे में। तब से वहाँ जाने का मन नहीं करता है मेरा, जानती तो हो” […]

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मैं भिखारी नही हूँ, मैडम जी कुछ खाने को दे दो बच्चे दो दिन से भूखे है….

मैं भिखारी नही हूँ, मैडम जी कुछ खाने को दे दो बच्चे दो दिन से भूखे है !” निया के दरवाजे पर आई एक महिला बोली जिसके साथ मे दो छोटे बच्चे भी थे। ” भीख मांगते शर्म नही आती जब खिला नही सकते बच्चो को तो पैदा क्यो करते हो !” फोन मे लगी […]