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अचानक मेरी नज़रें नीचे पड़ती परछाई पे पड़ी
Sukhpal Gurjar ============= एक बार मैंने, फ़ोन पे बात करते-करते, पहाड़ गंज से रिक्शा पकड़ा और बोला कि करोलबाग ले चलो। रिक्शा चल पड़ा और मैं फ़ोन पर बातों में मशगूल हो गया, अचानक मेरी नजरें नीचे पड़ती परछाई पे पड़ी। वो रिक्शे वाले की परछाई थी। सामान्य सी परछाई थी लेकिन कुछ तो असामान्य […]
जन साधारण को ”सावन” की हैसियत ज़ीनत अमान के बताये पता चली!
मुकेश नेमा ============= जन साधारण को सावन की हैसियत जीनत अमान के बताये पता चली ! यदि वो मनोज कुमार को गा गाकर ताने नहीं देती तो लोगों को कैसे पता चलता कि सावन लाखों का होता है और उसे दो टकिया की नौकरी के लिये ज़ाया नहीं करना चाहिये ! वैसे बेहतर यह होगा […]
राजा दशरथ की कथा
वाया : आभासीय पत्रकार संगठन ====================== Jaipur राजा दशरथ की कथा #rajkalshania पुराणों और इतिहासकारों के अनुसार आदि रूप ब्रह्मा जी से मरीचि का जन्म हुआ। मरीचि के पुत्र कश्यप हुये। कश्यप के विवस्वान और विवस्वान के वैवस्वतमनु हुये। वैवस्वतमनु के पुत्र इक्ष्वाकु हुये। इक्ष्वाकु ने अयोध्या को अपनी राजधानी बनाया और इस प्रकार इक्ष्वाकु […]