नई दिल्ली: ऑल इण्डिया मजलिस ऐ इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष बैरिस्टर असदउद्दीन ओवैसी के परिवार द्वारा तिलंगाना राज्य में मानव कल्याणकारी कार्य किये जाते हैं जिनमें हॉस्पिटल और स्कूल कॉलेज आदि शामिल हैं।
जिसके कारण उन्हें कई बार सरकारी ज़मीन की ज़रूरत पड़ती है,जिसको लेकर उनके विरोधी हंगामा मचाते हैं,ताज़ा मामला सामने आया है कि अकबरुद्दीन ओवैसी पर इल्जाम लगाया जारहा है कि सरकार से उन्होंने औने पौने दामों में ज़मीन आवंटित करा ली है।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक सरकार ने ओवैसी के अस्पताल को हैदराबाद की प्राइम लोकेशन पर 6500 स्क्वॉयर फीट जमीन आवंटित की है। यह जमीन चन्द्रगुंगता (Chandrayangutta) स्थित बांदागुडा (Bandlaguda) के पास है. रविववार को राज्य कैबिनेट की हुई बैठक में जमीन आवंटन के फैसले पर मुहर लगाई गई।
इस प्लॉट की कीमत 40 करोड़ रुपए बताई जा रही है, लेकिन यह ओवैसी परिवार को बेहद कम कीमत पर दे दी गई है। गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश सरकार लंबे समय से इस जमीन पर मालिकाना हक जता रही है।
सरकार ने साल 2009 में हैदराबाद के जिला अधिकारी ने इस जमीन पर स्टे दे दिया था। अब उसी सरकार ने अपने पुराने फैसले को पलट दिया है।
सूत्रों का कहना है कि एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात की थी, जिसमें इस प्लॉट का जिक्र हुआ था। इसके बाद सरकार ने जमीन आवंटन का फैसला लिया है। ओवैसी को यह छूट गरीब परिवारों का इलाज करने और अन्य रोगियों की मदद के लिए दिया गया है।
मालूम हो कि अकबरुद्दीन आवैसी पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया जाता है जिसके कारण उनपर विवादित बयान देने के आरोप में इनके खिलाफ मुकदमें भी हो चुके हैं। आवैसी परिवार का हैदराबाद और इसके आसपास के इलाकों में दबदबा माना जाता है। असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद से ही सांसद भी हैं।