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मदद : राहत बहुत परेशान था…..कहाँ से लाए पचास लाख रुपये?…By-Praveen Rana Verma
Praveen Rana Verma =============== · मदद राहत बहुत परेशान था। उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे, कहाँ से लाए पचास लाख रुपये? उसकी बेटी आश्विका का पिछले दो सालों से इलाज चल रहा है। सब जमा पूंजी इलाज पर खर्च हो गई। अपनी बेटी के इलाज के लिए उसे […]
माँ एक बार फिर से गले लगाने के लिए आ….
Dr.vijayasingh ================ मुझे अच्छा लगता है माँ तुझे देखते रहना…तुम्हारी बिखरी चीज़ों का पड़ा रहना…तुम्हारी दवाइयों का बिखरा रहना…कार में खुद बैठने से पहले आपको को बैठाना आपकी छड़ी को पकड़ना जिस वक्त तुम्हारा हाथ पकड़कर सड़क पर चलती हूँ उस वक्त बहुत गर्व महसूस होता है कि मैं अपनी माँ का हाथ पकड़ रही […]
आज मैं निकला कल तक पहुंचने के लिए, फिर….भारद्वाज दिलीप की रचना पढ़िये
भारद्वाज दिलीप ============== Jaipur, Rajasthan ०००००००००००० आज मैं निकला कल तक पहुंचने के लिए फिर तीन लोगों से मिला एक ने सुना एक बोला एक ने देखा मैं मिल कर लौट लिया लौट कर एक पेड़ के पास रुका उसको मैंने देखा उसने मुझे देखा और खड़ा ही रहा। मैं वहां से भी चल दिया […]