उत्तर प्रदेश राज्य

अतीक़ अहमद-अशरफ़ अहमद की हत्या में इस्तेमाल पिस्टल हत्यारों को ”बाबर” ने उपलब्ध करवायी थी?

अतीक अहमद की हत्या करने वाले शूटर्स से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. अतीक हत्याकांड (Atiq Ahmed Shot Dead) के तार अब कानपुर से जुड़ते नजर आ रहे हैं. इस मामले में कानपुर ने शातिर अपराधी बाबा का भी नाम सामने आया है. अतीक की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में वारदात में इस्तेमाल होने वाले असलहों को लेकर खुलासा किया है. खबरों के मुताबिक इन शूटरों को कानपुर के शातिर बदमाश बाबर ने ही पिस्तौल और हथियार मुहैया कराए थे.

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर्स ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि बाबर ने ही शूटर्स को असलहा उपलब्ध कराए थे. बाबर हाल ही में जेल से जमानत पर छूट कर आया है. बाबर का अतीक की हत्या में कितना हाथ है, क्या उसने ही इस साजिश को रचा था, फिलहाल इस मामले पर कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई है.

कौन है कानपुर का शातिर अपराधी बाबर?

अतीक के हत्यारों को असलहा मुहैया कराने वाला बाबर कानपुर का शातिर अपराधी है. उसके ऊपर यहां पांच मुकदमें दर्ज हैं. उसकी क्राइम कुंडली को देखते हुए पुलिस ने उस पर इनाम भी घोषित किया है. एटीएस ने 2013 में विदेशी असलहे के साथ बाबर को गिरफ्तार किया था. इस मामले बाबर जेल की सजा भी काट चुकी है. इसके साथ ही उसका पंजाब के कुछ अपराधियों से भी कनेक्शन सामने आया है.

Zigana Pistol made in Turkey. 15 round magazine. Banned in India.

अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार की रात को तीन आरोपियों अरुण मौर्य, सनी और लवलेश तिवारी ने उस वक्त हत्या कर दी थी जब उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया था. हत्यारों ने मीडिया के कैमरों के सामने दोनों के सिर में गोली मारी, जिसके बाद वो नीचे गिर पड़े, इसके बाद तीनों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. इस घटना से पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है. पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की हुई मौत के बाद इस पर सियासत भी जमकर हो रही है. तमाम विरोध दल इस हत्याकांड को लेकर यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं.

अतीक और अशरफ की हत्या के बाद तीनों हमलावरों लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य को पुलिस ने पकड़ लिया. जिसके बाद उन्हें नैनी जेल ले जाया गया. हालांकि जल्द ही दोनों को यहां प्रतापगढ़ जिला जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. इसकी वजह है कि इसी नैनी जेल में अतीक अहमद के बेटा अली भी बंद है. इसलिए सुरक्षा के मद्देनजर ये कदम उठाया गया है.