अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद बमबारी और अन्य हिंसा के मामलों में एक हजार से ज्यादा अफगान नागरिकों की मौत हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक 15 अगस्त 2021 से इस साल मई के बीच 1 हजार 95 नागरिक मारे गए और 2 हजार 679 लोग घायल हुए हैं.
रिपोर्ट में इन हमलों को लेकर कहा गया है कि इनमें धार्मिक स्थलों और अफगानिस्तान में हजारा समुदाय को निशाना बनाया गया है.
Morning in Nuristan #Nuristan, the wonderland of Afghanistan pic.twitter.com/Nz4roPPyDc
— Sajjad Nuristani (@SajjadNuristan) June 27, 2023
ज्यादातर मौतें मस्जिदों, शैक्षिक केंद्रों और बाजार जैसे सार्वजनिक स्थानों पर आत्मघाती बम विस्फोटों और आईईडी ब्लास्ट की वजह से हुई हैं.
हालांकि तालिबान के आने के बाद देश में सशस्त्र लड़ाई कम हो गई है, लेकिन इस्लामिक स्टेट की खुरासान ब्रांच से सुरक्षा की चुनौती बनी हुई है.
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— وطن جار WatnJar 🇦🇫 (@Afghan_solider) June 27, 2023
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के मुताबिक देश में ज्यादातर हमलों के पीछे इसी संगठन का हाथ था.
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि तालिबान के आने के बाद देश में आत्मघाती हमलों की संख्या में तेजी से बढ़त हुई है.
वहीं तालिबान का कहना है कि उन्होंने अफगानिस्तान को सुरक्षित रख रहे हैं और हाल के महीनों में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर हमले किए गए हैं.
Bamayan Province Afghanistan 🇦🇫 1975. Dharmatma ( Righteous Soul') one of Feroz Khan’s film that was partially shot in Afghanistan. pic.twitter.com/jkjwBSVfmo
— Soviet -Afghan Wars Samurai 1980 (@Samurai19801) June 27, 2023