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उम्मीद का मौसम,,,,,,शायर – राम चरण राग
चित्र गुप्त ============== उस समय मैं गुवाहाटी में था जब रामचरण राग जी का फोन आया था कि अपना पता भेजिए एक किताब भेजना है। पता मैने भेज दिया था और पुस्तक प्राप्ति की प्रतीक्षा में था। कुछ समय बाद राग जी का फोन दोबारा आया कि आपने जो पता भेजा था वह डिलीट हो […]
जब इस खूबसूरत दुनिया की रचना हुई…. तब….,,,लक्ष्मी सिन्हा की रचना!
Laxmi Sinha =========== जब इस खूबसूरत दुनिया की रचना हुई । तब इसकी तमाम विशेषताओं में विविधता एक प्रमुख विशेषता थी। इसीलिए सृष्टि के कण- कण में विविधता दृष्टिगोचर होती है। इस जड़ चेतनरूप संसार में एक जैसा कुछ भी नहीं। यही विविधता सृष्टि के सौंदर्य का कारण है। वास्तव में सौंदर्य का प्रस्फुटन विविधता […]
#अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारना….By_लतिका श्रीवास्तव
Betiyan.in ============== जब मैं था तब हरि नही अब हरी है मैं नाहि…. पीयूष बेटा तेरे पिता तुझे बहुत याद कर रहे हैं अंतिम समय में तुझे देखना चाहते हैं एक बार आ जा बेटा….दमयंती जी करुणा विगलित स्वर में अपने इकलौते चिराग पियूष से प्रार्थना कर रहीं थीं। मां कोशिश कर रहा हूं कंपनी […]