साहित्य

अभी कुछ ही दिनो पहले की बात है….!!—-By – लक्ष्मी कान्त पाण्डेय

लक्ष्मी कान्त पाण्डेय
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अभी कुछ ही दिनो पहले की बात है….!!
एक यजमान लड़की का कॉल आया मेरे पास…उसने कहा मेरी एक सहेली है वो आपसे बात करना चाहती हैं अपने ग्रह नक्षत्र के बारे मे जानना चाहती हैं…!!
मैंने कहा कॉल करने कहियेगा उनको… दोपहर दो बजे से लेकर रात्रि के 10 बजे तक क्योंकि सुबह मेरा ड्यूटी होता है और मैं सुबह 6 बजे अपने रूम से निकलता हूँ और दोपहर 2 बजे छुट्टी होता है…. रूम पहुँच कर भोजन करके अपने यजमान के आये कॉल अटेंड करता हूँ उनके द्वारा पूछे गये सवाल का जवाब देता हूँ… और ये मेरा प्रतिदिन का काम है…!!
एक दिन उस लड़की का कॉल आता है मेरे पास लड़की ना कहिये एक 32 साल की महिला कहिये क्योंकि उनकी 2 बेटियां हैं एक मेट्रिक मे हैं एक फाइव या सिक्स मे शायद…वो बताती है हमें की उनका विवाह हो गया है और उसके हस्बेंड ने उसको छोड़ दिया है….
8 साल से उनका तलाक का केस चल रहा है तलाक नही हुवा है अभी तक केस चल रहा है….
लड़की से बात करके उसका दुख सुनकर मुझे बहुत दुख लगा लड़की ने बताया की उसकी दो बेटियां हो गयी इसलिये उसके हस्बेंड ने उसको छोड़ दिया…!!
हालांकि सुनकर अजीब लगा की बेटियां हो जाने के कारण उसके हस्बेंड ने छोड़ दिया….?
और उन्होंने कहा की लड़के ने दूसरा विवाह कर लिया है दूसरी महिला के साथ…जिससे विवाह किया वो लड़की भी अपने हस्बेंड को छोड़ कर इसके पति से विवाह किया है…!!
यानि इसका पति हमें बहुत गिरा हुवा इंसान समझ मे आया…!!
अब ये अपनी बेटियों को लेकर घर से बाहर रहती हैं और जॉब करतीं हैं…!!
जॉब भी कुछ दिनों पहले छुट गया था अभी दूसरे जगह जॉब पकड़ी हैं जहाँ कम वेतन मिलता है उसी मे अपने बच्चे का परवरिस कर रही हैं और रूम भाड़ा दे कर जीवन बीता रही हैं ज़ब तक कोर्ट से फैसला नही आ जाता तब तक अपने हस्बेंड से पैसे मांग की हैं घर और बच्चे के परवरिस का जो की उसका हस्बेंड नही दे रहा….!!
उसका भी केस कोर्ट मे चल रहा है….!!
उसके बातों को सुनकर दुख लगा की कोइ कैसे इतना निर्दयी इंसान हो सकता है जो अपनी पत्नी और बच्चे को छोड़ दे और दूसरी विवाह कर ले सिर्फ इस कारण से की पत्नी ने दो बेटियों को जन्म दे दिया….!!
सच्ची कहूं तो उनसे बात करके अपनेपन वाला फील लगा मैंने उनका कुंडली देखा उसके बारे मे सब उसकी समस्या का निवारण बताया और उनसे कोइ दक्षिणा, फीस चार्ज नही लिया और ना ही माँगा कभी….!!
हालांकि मैं किसी का नंबर जल्दी से सेव नही करता उन्ही का नंबर सेव करता हूँ जिनसे अपने पन वाला फील हो या कुछ लोगों के मगर धीरे धीरे उनका मैसेज आने लगा कभी भी पूछ लेती की कौन सा अंगूठी पहनू कौन सा दिन, कौन सा समय आदि….!!]


तो मैंने उनका नंबर सेव कर लिया एक दिन….!!
एक दिन उसका स्टेटस देखा व्हट्सप पर मैं देखता हूँ की एक दम से सुन्दर लड़की लगती हैं सतरह अठारह साल की मैंने उनसे पूछा तो बोली वो खुद है पहले विश्वास नही हुवा इतनी सुन्दर लड़की कैसे दो बेटियों की माँ हो सकती हैं….?
और हैं भी तो इनके हस्बैंड ने इनको कैसे छोड़ कर दूसरा विवाह कर लिया….?
धीरे धीरे मैं इस लड़की के तरफ अटरेक्ट होता गया व्हट्सप पर मैसेज होने लगा ज़ब मन तब… दिन रात्रि कभी भी….!!
हालांकि मैं ड्यूटी के समय किसी यजमान से बात नही करता हूँ और ना ही किसी के मैसेज का रिप्लाई ही करता हूँ, यहां तक अपनी से वाइफ भी मैं ड्यूटी के समय बात नही करता हूँ और मेरी वाइफ को भी पता होता है की कब फोन करना है और कब नही….!!
धीरे-धीरे मैं इससे बहुत ज्यादा बात करने लगा मैसेज मे व्हट्सप पर….!!
पहले जहाँ मैं लोगों से 2 बजे के बात करता था उनके कॉल का रिप्लाई करता था वो अब इनसे सुबह 6 बजे ही गुडमॉर्निंग से शुरुआत होने लगा ऑफिस मे भी काम छोड़ कर इनसे बातें करने लगा….!!
धीरे-धीरे इनके मैसेज का रिप्लाई जब मन तब मैं कर देने लगा ये जब भी स्टेटस लगाती व्हाट्सप्प पर इनको सबसे पहले मैं ही रिप्लाई करता सबसे पहले शायद मैं ही देखता…!!
इनका व्हाट्सप्प के स्टेटस हमेशा रोमांटिक ही होते थे ना चाहकर भी कुछ लिख ही देता तारीफ मे इसके व्हट्सप स्टेटस को देख कर कभी नही लगा की इनके लाइफ मे इनके साथ इतनी समस्या रही होंगी….!!
धीरे धीरे मैं अपने यजमान के कॉल नही उठाने लगा सिर्फ इनके मैसेज का रिप्लाई करता और इनको मैसेज करता…!!
पहले एक दोस्त की तरह शुभचिंतक की तरह ही मैसेज करता… मगर गलती से एक दिन व्हट्सप ऑडियो कॉल पर क्लिक हो गया फिर मैंने झट से कॉल कट कर दिया….!!
उधर से रिप्लाई आया की आप कॉल कर सकते हैं तो मैंने उस दिन से ऑडियो नार्मल कॉल करना चालू कर दिया….!!
धीरे धीरे उनसे बातें होने लगीं जहाँ मैसेज होता था अब कॉल होने लगा मैसेज कम हो गया नार्मल कॉल ज्यादा होने लगा सुबह 6 बजे भी ऑफिस मे भी कॉल हो जाता….
कभी -कभी ऑफिस का काम छोड़ कर या यूँ कहिये की अर्जेन्ट वर्क छोड़ कर इनसे बात करने लगा एक दो दिन मेरे मैनेजर ने मुझे कहा भी की इतना बात नही करते ड्यूटी टाइम मे मगर मैं मैनेजर के बातों को इग्नोर करके इनसे बातें जारी रखने लगा….!!
आप सोच रहे होंगे क्या बात करता था मैं इनसे उतना अरे भैया मुझे भी नही पता मगर इनका आवाज़ बहुत अच्छा लगता था सुनने मे हमें…..!!
कुछ ही दिनों मे धीरे धीरे इनसे खुल कर दोस्तों के जैसा बात होने लगा जैसे यार कहकर हम अपने दोस्तों से बात करते हैं उसी प्रकार….!!
मैं अपने बारे मे सब कुछ बता चूका था इनको की मैं तीन बच्चे का बाप हूँ मेरी पत्नी हैं मैं बाहर जॉब करता हूँ और मै क्या करता हूँ कब सोता हूँ कब जगता हूँ वगैरह-वगैरह….!!
अब धीरे-धीरे इनसे बात रात भर होने लगा बात क्या होता पता नही सिर्फ इधर-उधर का….
वो हमें अपने बारे मे बताती चली गयीं की कैसे इनका विवाह हुवा उनके हस्बेंड के साथ कैसे इनका बच्चे हुवे कैसे इनके हस्बेंड ने इनके साथ व्यवहार किया….
कैसे इनके हस्बेंड के साथ रिस्ता टूट गया कैसे ये अपने मायके लोट कर आयी कैसे इन्होने अपने पैरों पर खड़ा होने को ठान लिया कैसे-कैसे इनके साथ क्या क्या हुवा सब कुछ ये हमें बताने लगीं…..!!
धीरे धीरे मै अपने यजमान का कॉल अटेंड छोड़ दिया कोइ हमें कॉल करता अपने कुंडली दिखाने को अपने बारे मे जानने को तो मैं कॉल रिसीव नही करता या यूँ कहें स्वयं को बीजी बताने लगा किसी यजमान को कुछ रिप्लाई नही देने लगा…!!
यहां तक की अपनी वाइफ से भी मैं उतना बात नही करता वाइफ कॉल करतीं तो मैं कट कर देता और बहाना होता की यजमान से बात कर रहा हूँ…!!
वाइफ कुछ नही बोलती घर वाले कॉल करते तो दो मिनट मे बात करके रख देता, भाई लोग या कोइ और से बात कर रहा होता तो बीच मे अगर इस लड़की का कॉल आ जाता तो मै फेमिली के कॉल कट कर देता और इससे बात करने लगा…!!
धीरे धीरे मैं इस लड़की के तरफ बहुत ज्यादा अटरेक्ट होने लगा मेरे भाई जो मेरे साथ रह रहे हैं वो भी समझाते की शादीशुदा होकर किसी लड़की से इतना क्या बात करते हो भाभीजी को पता चलेगा तो क्या सोचेंगी, फालतू के इससे इतना बात करके क्या मिलता है…. मैं हसकर भाईयों के बात को टाल देता क्योंकि मुझे लगता की मैं कुछ गलत थोड़े न कर रहा हूँ……!!
कल अगले पोस्ट मे पढ़िये…
क्या मुझे इनसे प्यार हो गया है…?
क्या मैं इनसे प्यार का इजहार कर दूंगा..?
इनके साथ मेरा रिस्ता कहां तक जायेगा…?
कल पढियेगा अवश्य….!!
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