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अमरीका सारी दुनिया पर अपनी सोच और नीतियां थोपना चाहता है, यूक्रेन संकट ने यूरोपीय संघ को बहुत अधिक नुक़सान पहुंचाया : फ़्रासीसी मैगज़ीन

फ़्रांस के साप्ताजिक मैगज़ीन लोपान ने यूक्रेन युद्ध का हवाला देते हुए एक लेख छापा है जिसका शीर्षक है हथकड़ी बेडी में जकड़ा हुआ सुपर पावर। इस लेख में यूक्रेन युद्ध में अमरीका की भूमिका का जायज़ा लिया गया है।

मैगज़ीन ने अपने लेख लिखा कि यह तो तय है कि यूक्रेन युद्ध से रूस को नुक़सान पहुंचा है और अमरीकी प्रतिबंधों का रूस की आर्थिक स्थिति और वहां की जनता के जीवन पर गहरा असर पड़ा है। मगर एक और भी बड़ी सच्चाई यह है कि इस संकट ने यूरोपीय संघ को बहुत अधिक नुक़सान पहुंचा दिया है।

फ़्रांस के एक विशेषज्ञ ने कहा कि अमरीका सारी दुनिया पर अपनी सोच और नीतियां थोपना चाहता है। पश्चिमी देशों विशेष रूप से यूरोप अपनी स्वाधीनता अमरीका के सामने गवां चुके हैं। इस मैगज़ीन ने अमरीका के भीतर मौजूद समस्याओं का भी जायज़ा लिया है और लिखा है कि यूक्रेन के संकट ने अमरीका की विश्व नीति को बंद गली में पहुंचा दिया है और इसका अमरीका के आंतरिक हालात पर गहरा असर पड़ा है। अमरीका इस कोशिश में था कि यूक्रेन की जंग छिड़ जाने से वो अपने आंतरिक हालात को संभाल लेगा और यूरोप को एकजुट कर ले जाएगा लेकिन अब यूक्रेन संकट को लेकर अमरीका और यूरोप के बीच मतभेद बहुत आम हो चुका है।

फ्रांसीसी टीकाकार ने कहा कि अमरीका के वर्चस्ववाद और उसकी जंगों ने दुनिया में अमरीका को शिकस्त के अलावा कुछ नहीं दिया है। बाइडन ने अफ़ग़ानिस्तान से निकलते हुए एलान किया है कि उनकी सरकार जंगो और अमरीका के हस्तक्षेप को ख़त्म करना चाहती है। यह निरा झूठ है सबने देखा कि उसके बाद यूक्रेन की जंग शुरू कर दी गई। मैगज़ीन ने अपने लेख में दुनिया के अलग अलग हिस्सों में अमरीका की नाकामी का हवाला देते हुए लिखा कि इराक़ लीबिया और अफ़ग़ानिस्तान में अमरीका को खुली हार का सामना करना पड़ा और इससे अमरीका पर गहरा असर पड़ा है। एक महत्वपूर्ण बिंदु जिसकी तरफ़ मैगज़ीन में इशारा किया गया है यह है कि यूक्रेन की जंग पश्चिम ने छेड़ी है और यह नहीं मालूम कि इस जंग को पश्चिम रुकवा पाएगा या नहीं।

पैरिस से आईआरआईबी के लिए शहसवार हुसैनी की रिपोर्ट