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अमृतपाल सिंह पर लगा एनएसए, अमृतपाल सिंह अभी भी फ़रार हैं!

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने मंगलवार को अमृतपाल सिंह मामले में हुई अब तक की कार्रवाई से नाख़ुशी ज़ाहिर करते हुए राज्य सरकार से कई सवाल किए हैं.

हाई कोर्ट में पंजाब सरकार ने माना है कि अमृतपाल सिंह अभी तक फ़रार हैं.

‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस पिछले चार दिनों से तलाश रही है.

बीबीसी संवाददाता अरविंद छाबड़ा के मुताबिक, पंजाब सरकार की ओर से पेश हुए एडवोकेट जनरल ने बताया कि पुलिस ने अपने अभियान में कई लोगों को गिरफ़्तार किया है लेकिन अमृतपाल सिंह अभी भी गिरफ़्त से बाहर हैं.

इस पर हाईकोर्ट ने नाख़ुशी जताते हुए पंजाब सरकार से सवाल किया कि ऐसा कैसे संभव है कि मुख्य अभियुक्त ही न पकड़ा गया हो और इतने सारे लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया है.

इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब के माहौल पर जनता को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग देश के ख़िलाफ़ काम कर रहे हैं, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा.

हालांकि, उन्होंने अपने छह मिनट से भी लंबे संदेश में न तो अमृतपाल सिंह का ज़िक्र किया और न ही वारिस पंजाब दे संगठन का.

शनिवार से जारी पुलिस के अभियान में अब तक 114 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है. अमृतपाल सिंह के चाचा और ड्राइवर ने सरेंडर किया, जिसके बाद उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल ट्रांसफ़र किया गया.

अमृतपाल सिंह ने बीते दिनों अपने साथी को छुड़ाने के लिए पंजाब के अजनाला में थाने का घेराव किया था.

उस दौरान काफ़ी हंगामा देखने को मिला था.

अमृतपाल सिंह पर लगा एनएसए, अमृतपाल सिंह अभी भी फ़रार हैं

वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह की लगातार चौथे दिन तलाशी पर पंजाब पुलिस के आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस की.

उन्होंने बताया कि अमृतपाल सिंह अभी भी फ़रार हैं, उनके ख़िलाफ़ ग़ैर ज़मानती वॉरंट जारी है और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून (एनएसए) लगाया गया है.

सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल जिस मारूती ब्रेज़ा कार में फ़रार हुए हैं उसे बरामद कर लिया गया है.

उन्होंने बताया कि अमृतपाल ने अपने कपड़े बदले थे और फ़रार होने के लिए कई गाड़ियों और मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल किया था.

इसके साथ ही अमृतपाल की भागने में मदद करने वाले चार लोगों को हिरासत में लिया गया है.