नई दिल्ली: तुर्की पर छाये आर्थिक संकट से भले ही अमेरिका को थोड़ी सी खुशी मिल रही हो लेकिन उसकी ये खुशी ज़्यादा दिनों तक रहने वाली नही है,क़तर के समर्थन के बाद अन्य देशों ने भी दोस्ती का फर्ज निभाते हुए अमेरिका के विरोध में तुर्की का समर्थन किया है।
तुर्की अर्थव्यवस्था और तुर्की और चीन के बीच व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक नए उपाय में, अरबपति जैक मा की अगुआई वाले सबसे अमीर पचास चीनी व्यापारियों ने साझेदारी स्थापित करने और नए निवेश के अवसरों की खोज के लिए तुर्की की ओर कदम बढ़ाया है।
तुर्की मीडिया ने बताया कि चीनी समूह में व्यवसायी शामिल हैं, उनमें से प्रत्येक का व्यक्तिगत धन 15 से 30 अरब डॉलर की सीमा के भीतर है। पुरुष निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं की स्थापना के अवसरों पर चर्चा के लिए तुर्की में वरिष्ठ अधिकारियों और प्रमुख व्यापारियों से मिलने का इरादा कर रहे है।
China's top diplomat says supports Turkey's efforts to safeguard stability https://t.co/Y35UgAxc9o
— Reuters (@Reuters) August 18, 2018
मिडिल ईस्ट मॉनिटर के मुताबिक, फिलिस्तीनी राष्ट्रपति
अब्बास ने अमेरिका के साथ चल रहे विवाद के दौरान फिलीस्तीनी लोगों का तुर्की को समर्थन देने की बात पर जोर दिया। अब्बास ने राष्ट्रपति रेसेप तय्यिप एर्दोगान ने फ़ोन कॉल पर तुर्की के हालत बेहतर होने की उम्मीद जताई है।
आपको बता दें कि, तुर्की लीरा अंकारा और वाशिंगटन के बीच चल रहे तनाव के चलते कम रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए गिरावट आई है। पिछले शुक्रवार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की कि तुर्की से लोहे और एल्यूमीनियम आयात टैक्स को दुगना का दिया है।
China offers Turkey moral support, says can overcome difficulties https://t.co/xFoCtRVYqK
— Reuters World (@ReutersWorld) August 17, 2018
इसी के साथ क़तर और जर्मनी ने भी तुर्की का पूर्ण समर्थन का वादा किया है साथ ही क़तर ने तुर्की में 15 मिलियन ओल्लर का निवेश किया है ताकि तुर्की की आर्थिक मदद हो सके।