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अमेरिका ने मणिपुर हिंसा पर दिया बयान, कांग्रेस पार्टी ने की अमेरिका की कड़ी निंदा!

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने शुक्रवार को अमेरिकी राजदूत के मणिपुर पर दिए गए बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है.

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा है कि इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि एक अमेरिकी राजदूत ने भारत के आंतरिक मामले पर टिप्पणी की हो.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, अमेरिकी राजदूत इरिक गारसेटी ने कोलकाता में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मणिपुर में जारी हिंसा पर बयान दिया था.

उन्होंने कहा था कि यह हिंसा मानवीय चिंता का विषय है और अमेरिका इसमें मदद करने के लिए तैयार है.

इस पर तिवारी ने अपनी आपत्ति जताते हुए ट्वीट किया है.

उन्होंने लिखा है, “जितना मुझे याद है, पिछले चार दशकों में किसी अमेरिकी राजदूत ने भारत के आंतरिक मामलों पर इस तरह का बयान नहीं दिया. हमारे सामने पंजाब से लेकर जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व में चुनौतियां आई हैं जिनका हमने समझदारी के साथ सामना किया.”

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, “भारत ने अपने आंतरिक मामलों में किसी भी तरह के बयान की सराहना नहीं की है. ऐसे बयानों को हमेशा नकारात्मक दृष्टि से ही देखा गया है. अमेरिकी में गोलीबारी होती है. इस पर हमने अमेरिका से कभी ये नहीं कहा कि हमसे सीख लीजिए कि उस पर किस तरह नियंत्रण किया जाए. वो भी तो एक मानवीय त्रासदी है.”

“अमेरिका में रंग भेद को लेकर दंगे होते हैं. वो भी एक मानवीय त्रासदी है. हमने कभी नहीं कहा कि हम आपको पंथ निरपेक्षता की सीख देंगे. मुझे याद है कि नब्बे के दशक में जब श्रीमती रॉबिन राफेल (अमेरिकी राजनयिक) जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बहुत उग्र रहा करती थीं. लेकिन जो भी अमेरिकी राजदूत रहे हैं, वे बेहद संयम से बयान देते थे. ऐसे में शायद ये जो नये अमेरिकी राजदूत आए हैं, उन्हें दोनों देश के बीच रिश्तों के इतिहास को संज्ञान में लेना ज़रूरी है.”