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असम : प्राइमरी स्कूल में मिड-डे मील खाने से क़रीब दौ सौ बच्चे बीमार!

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असम के नगांव जिले के एक प्राइमरी स्कूल में बुधवार को मिड-डे मील खाने से करीब दौ सौ बच्चे बीमार पड़ गए। बच्चों को दो अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही बच्चों के अभिभावक स्कूल पहुंच गए और स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। जानकारी के मुताबिक, यह घटना असम के नगांव जिले के कामपुर शहर के राजगांव साउथ जोरबागान एलपी स्कूल में हुई।

खाना खाने के बाद छात्र पड़ने लगे बीमार
जानकारी के मुताबिक खाना खाने के बाद ही छात्र बीमार पड़ने लगे। लक्षण दिखाने वाले सभी बच्चों को तुरंत सिंगिमारी स्टेट डिस्पेंसरी ले जाया गया। फूड प्वाइजनिंग की शिकायत मिलने पर मौके पर माता-पिता भी पहुंच गए और उन्हें तुरंत सिंगिमारी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों को संदेह है कि उनके द्वारा खाए गए मिड-डे मील के कारण फूड पॉइजनिंग हुई है। प्रारंभिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए छात्रों को कामपुर एफआरयू में स्थानांतरित कर दिया गया। माता-पिता ने प्रिंसिपल पर लापरवाही का आरोप लगाया, जिसके परिणामस्वरूप फूड प्वाइजनिंग की घटना हुई।

गोलपारा में मछली खाने से एक व्यक्ति की हो गई थी मौत
पिछले हफ्ते, असम के गोलपारा जिले में धूपधारा में त्रासदी हुई, क्योंकि कथित तौर पर दावत के दौरान मछली खाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 200 से अधिक बीमार हो गए। खबरों के मुताबिक, मेघालय की सीमा से लगे मरियमपुर गांव में गारो समुदाय के एक सदस्य के घर में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया और उसके बाद दावत दी गई। पुरुषों, महिलाओं और बच्चों सहित पीड़ितों ने कथित तौर पर स्थानीय बाजार से खरीदी गई मछली का सेवन किया था। संदेहास्पद भोजन विषाक्तता की घटना के कारण रेणु संगमा की मृत्यु हो गई, जिनका अगली रात गोलपारा सिविल अस्पताल में निधन हो गया।