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राम शिरोमणि उपाध्याय की एक ग़ज़ल और एक गीत!
Ram Shiroman Upadhyay =========== ग़ज़ल याद अपनी दिला कर चली गई पगली, दिल में अरमां जगा कर चली गई पगली। सर झुकाना हर समय अच्छा नहीं होता, मुझको यह बात बता कर चली गई पगली यहां अपनी मुसीबत आप ही सहनी पड़ती, हुनर जीने का सीखा कर चली गई पगली। मोहताज ज़िंदगी में किसी का […]
फ़ैशन के नाम पर अंगप्रदर्शन, सभ्य और संस्कारी परिवार क्या कहते हैं ??
Arvind Verma ============== फ़ैशन के नाम पर अंगप्रदर्शन, आधुनिकता के नाम पर फूहड़ता और लिव इन रिलेशनशिप का समर्थन करने वाली अधिकतर 16 वर्ष से 66 वर्ष की लड़कियों ने अपना मत रखा कि “पुरुष भी तो करते हैं, ताली एक हाथ से नहीं बजती है”…हम भी अपनी मर्जी के मालिक हैं, हमें भी आजादी […]
गोपी की दशा : कान्हा का स्नान….!!देवराज बंसल के लिखे भजन!!
Dev Raj Bansal ============== गोपी की दशा सुबह-सुबह ही उठकर मैंने गैया के धनी निचोड़ी दूध दिया था कम ही उसने हंडिया भरी थी थोड़ी तभी मेरा माथा ठनका था दूध बिलोने लगी थी जब टूट गई है डोरी अब कैसे अपने कन्हैया को कर आऊंगी माखन चोरी तभी मेरा माथा ठनका था अभी उजाला […]