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#आस्तीन का साँप………..जिसको पालकर उन्होंने अपने घर की खुशियों में ही आग लगा ली!
#आस्तीन का साँप आज अग्रवाल साहब अपनी लड़की के रिश्ते के लिए जा रहे थे। सारी तैयारी कर ली गई। शगुन में देने के लिए गिन्नी भी रख ली।चाचा को भी साथ ले लिया गया। देखने दिखाने का कार्यक्रम चल रहा था। गोद भरने की तैयारी हो रही थी। लेकिन तभी कुछ कानाफूसी सी होने […]
जहां नभ से भू का नाता है, जहां धरा हमारी माता है, उस देश को भारत कहते हैं : लक्ष्मी सिन्हा की रचना
Laxmi Sinha ==================== · जिस देश का कण-कण सोना हो, जिस देश की नारी देवी हो जिस देश में गंगा बहती हैं, उस देश को भारत कहते हैं जहां भाई _भाई में प्रेम हो, भाई चारे का नेम हो जहां जात_ पांत का भेद न हो, उस देश को भारत कहते हैं जहां नभ से […]
कहानी – दाज्यू…….लेखक-✍ शेखर जोशी
चित्र गुप्त =============== · कहानी – दाज्यू ✍ शेखर जोशी **************** चैक से निकलकर बाईं ओर जो बड़े साइनबोर्ड वाला छोटा कैफे है वहीं जगदीश बाबू ने उसे पहली बार देखा था। गोरा-चिट्टा रंग, नीला श़फ्फ़ाफ़ आँखें, सुनहरे बाल और चाल में एक अनोखी मस्ती-पर शिथिलता नहीं। कमल के पत्ते पर फिसलती हुई पानी की […]