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आतंकी इसराइल का वेस्ट बैंक में स्थित जेनिन शरणार्थी कैंप पर हमला जारी : रिपोर्ट

इसराइल ने लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी वेस्ट बैंक में स्थित जेनिन शरणार्थी कैंप पर हमला करना जारी रखा है. यहां फ़लस्तीनी शरणार्थी रहते हैं जिनमें कुछ चरमपंथी भी शामिल हैं.

इसराइल का कहना है कि इस कैंप में जेनिन ब्रिगेड के चरमपंथी रहते हैं जिन्हें निशाना बनाने के लिए उसने इस ऑपरेशन को अंजाम किया है.

इसी बीच मंगलवार को इसराइली शहर तेल अवीव एक बीस वर्षीय युवा ने बस स्टॉप पर कार हमला किया है.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़, इस घटना के चश्मदीद गवाह बने स्पोर्ट्स टीचर लिरॉन बहाश ने बताया है कि ‘मैंने आसमानी रंग की गाड़ी को तेज गति से बस स्टॉप पर टक्कर मारते देखा. शुरु में ये लग सकता है कि ड्राइवर से कोई ग़लती हो सकती है.

वह फिल्मी अंदाज़ में दरवाज़े की जगह खिड़की से बाहर निकला. उसके हाथ में चाकू था. इसके बाद उसने आम लोगों का पीछा करना शुरू कर दिया. जब ये हुआ तब समझ आया कि ये एक हमला था. और हम अपनी जान बचाने के लिए भागे.”

वो कार जिससे तेल अवीव के बस स्टॉप पर हमला किया गया थाImage caption: वो कार जिससे तेल अवीव के बस स्टॉप पर हमला किया गया था
इसराइल की सिक्योरिटी एजेंसी शिन बेट ने बताया है कि बीस वर्षीय आबेद इलोहाब हलाइला के पास इसराइल में घुसने का परमिट नहीं था.

बता दें कि वेस्ट बैंक में रहने वाले फलस्तीनी नागरिकों को इसराइल में घुसने के लिए परमिट की ज़रूरत होती है.

हमास ने इस हमले पर क्या कहा

फ़लस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास ने इस कार हमले को जेनिन में जारी इसराइली गतिविधियों की स्वाभाविक प्रतिक्रिया करार दिया.

फ़लस्तीन इस्लामिक जिहाद ग्रुप से जुड़े खालेद अल-बत्श ने बताया है कि जेनिन में जो कुछ हो रहा है, वो प्रतिरोध की ओर पहला कदम है.

इसी बीच जेनिन में इसराइली कार्रवाई के दौरान मरने वालों की संख्या और उनकी उम्र से जुड़ी जानकारी सामने आई है.

फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि मरने वाले दस लोगों में चार की उम्र 18 वर्ष से कम थी. सबसे कम उम्र वाला मृतक 16 और सबसे अधिक उम्र वाला मृतक 23 साल का था.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि इस कार्रवाई में 120 लोग घायल हुए हैं जिसमें से 20 लोग गंभीर रूप से जख़्मी हैं.

अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने जताई चिंता

इसराइल ने मंगलवार को भी इस क्षेत्र में अपनी कार्रवाई जारी रखी है जिस वजह से हज़ारों लोग जेनिन कैंप छोड़ रहे हैं.

संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी संस्थाओं ने इसराइली कार्रवाई पर चिंता व्यक्त की है. इन संस्थाओं ने कहा है कि हिंसा प्रभावित इलाक़े में स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराने में भी प्रतिबंधों का सामना किया गया है.

यूएन ह्यमैनिटेरियन ऑफ़िस की प्रवक्ता वेनेसा हुग्वेनिन ने कहा है कि ‘हम कब्ज़े वाले वेस्ट बैंक के जेनिन इलाके में जारी ज़मीनी और आसमानी हमले का स्तर देखकर हैरान हैं. हवाई हमले घनी आबादी वाले इलाक़े में किए जा रहे हैं.”

उन्होंने ये भी बताया है कि हवाई हमलों की वजह से जेनिन कैंप तक पानी और बिजली की आपूर्ति बंद हो गयी है.

फ़लस्तीनी रेड क्रेसेंट ने बताया है कि उन्होंने अब तक लगभग तीन हज़ार लोगों को बचाया है.

इसके साथ ही रेड क्रॉस ने कहा है कि वह जेनिन में सशस्त्र संघर्ष का स्तर देखकर बेहद चिंतित है.