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आदिपुरुष के बहाने बजरंगबली के मुंह से वह शब्द बुलवाए जा रहे हैं जो शब्द बजरंग दल वाले बोलते हैं : भूपेश बघेल

भूपेश बघेल का बीजेपी पर निशाना

सीएम बघेल ने कहा, ‘‘न तो हमारे पूर्वजों ने भगवान हनुमान की ऐसी छवि की कल्पना की है और न ही हमारा समाज इसे स्वीकार करता है.’’ संभवत: बीजेपी पर उसका नाम लिए बिना निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ”यह पूछना चाहता हूं कि जो राजनीतिक दल धर्म के ठेकेदार बनते हैं वे इस मामले में मौन क्यों हैं. कश्मीर फाइल्स और केरल स्टोरी पर बयान देते रहे बीजेपी नेता ‘आदिपुरुष’ पर खामोश क्यों हैं. ”

उन्होंने कहा, ”फिल्म में संवाद और भाषा अमर्यादित है. तुलसीदास जी की रामायण में भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में चित्रित किया गया है और सभ्य भाषा का प्रयोग किया गया है. आदिपुरुष में किरदारों के बहुत ही निम्न स्तर के संवाद हैं.”

सीएम बघेल ने कहा, ”आपको याद होगा कि जब राजीव गांधी जी प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने रामानंद सागर जी को बोलकर रामायण सीरियल बनवाया था, जो काफी लोकप्रिय हुआ था. उस समय बाजार बंद हो जाया करते थे. उनके एक-एक शब्द देखिए. आदिपुरुष के बहाने भगवान राम और हनुमान की तस्वीरों को विकृत करने का काम किया गया और पात्रों के मुंह में अभद्र शब्द डाले गए. यदि आज की पीढ़ी देखेगी उस पर क्या प्रभाव पड़ेगा.”

 

आदिपुरुष के विरोध में हंगामा, सक्षम सनातन क्षेत्रीय मंच ने टॉकीज में लगे पोस्टर हटाए

जगदलपुर में रामायण की तर्ज पर बनी आदिपुरुष के लगने के साथ ही जगह -जगह विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है, जिसके चलते शनिवार को सक्षम के द्वारा शहर के झंकार टॉकीज में लगे फिल्म के पोस्टर को हटाने के साथ ही फिल्म निर्माता के खिलाफ हिंदू देवी देवताओं के अपमान को लेकर एफ आई आर दर्ज करने की मांग की है।

ANI_HindiNews
@AHindinews
पहले आदिपुरुष के बहाने भगवान राम और हनुमान जी की तस्वीरों को वितरित करने का काम किया गया फिर शब्दों को बदला गया। अगर आज की पीढ़ी यह देखेगी तो क्या प्रभाव पड़ेगा? शब्दों की भी मर्यादा समाप्त हो गई। बजरंगबली के मुंह से वह शब्द बुलवाए जा रहे हैं जो शब्द बजरंग दल वाले बोलते हैं। यह अपमानजनक और आपत्ति जनक है: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

सक्षम सनातन क्षेत्रीय मंच ने बताया की रामायण के आधार पर बनाई गई आदिपुरूष फिल्म में देवी देवताओं का अपमान किया गया है, जिससे हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुँचाने के उद्देश्य से इस फिल्म को बनाया गया है। इस फिल्म के माध्यम से सीधे- सीधे प्रभु श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण जी न भगवान बजरंगबली को अपमानित किया गया है। फिल्म के डायरेक्टर ओमराज के खिलाफ धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने का मुकदमा दर्ज किया जाए।

फिल्म को तत्काल जगदलपुर के समस्त सिनेमा घरों से निकाला जाए या फिर फिल्म में उपयोग हुए समस्त आपतिजनक शब्दों को हटाया जाए। बुधवार तक यदि फिल्म स्वयं ना हटाई गई या फिर आपत्तिजनक शब्दों को २२ जून तक नहीं हटाया गया तो समस्त हिन्दू समाज स्वयं फिल्म बंद करवाने में सक्षम है। उसके बाद की जवाबदारी स्वयं प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने के साथ ही सक्षम के द्वारा टॉकीज के ऊपर लगे पोस्टर को हटाया गया, किसी तरह के कोई विवाद ना हो इसके लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया था।