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आयरन डोम धराशायी-फ़िलिस्तीन के ख़ैबर-1 मिसाइल से इस्राईल की नींद उड़ी : जिहादे इस्लामी की रॉकेट यूनिट के कमांडर इस्राईली हमले में मौत : रिपोर्ट!

ग़ज्ज़ा पट्टी स्थित फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी रॉकेटों का मुक़ाबला करने के लिए इस्राईली सेना ने पहली बार वायु रक्षा प्रणाली डेविड स्लिंग का इस्तेमाल किया है।

बुधवार को फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी गुटों ने इस्राईल के हवाई हमलों के जवाब में सैकड़ों रॉकेट फ़ायर किए, जिन्हें रोकने में ज़ायोनी रक्षा प्रणाली आयरन डोम नाकाम रही।

इस नाकामी के बाद, ज़ायोनी सेना के कमांडरों का कहना था कि आयरन डोम के सिस्टम में तकनीकी ख़राबी के कारण बड़ी संख्या में दाग़े गए फ़िलिस्तीनियों के रॉकेटों को इंटरसेप्ट नहीं किया जा सका।

कुछ इस्राईली सैन्य सूत्रों का तो कहना था कि साइबर हमले के कारण, आयरन डोम में तकनीकी ख़राबी हुई है, जिसने इस्राईली अधिकारियों की नींद हराम कर दी है।

इस बीच, इस्राईली मीडिया का कहना है कि ग़ज्ज़ा से पहली बार एक अलग तरह का रॉकेट फ़ायर किया गया, संभवतः यह रॉकेट ख़ैबर-1 है, जिसे निशाना बनाने के लिए वायु रक्षा प्रणाली डेविड स्लिंग का इस्तेमाल किया गया।

ज़ायोनी सैन्य सूत्रों ने दावा किया है कि ग़ज्ज़ा से लगभग 300 रॉकेट फ़ायर जा चुके हैं, जिनमें से सिर्फ़ 75 को लक्ष्य पर लगने से पहले ही हवा में मार गिराया जा सका।

इस्राईली अख़बार यदियोत आहारनोत का कहना है कि फ़िलिस्तीनियों की ओर से दाग़े जाने वाले रॉकेटों का मुक़ाबला ज़ायोनी शासन को बहुत मंहगा पड़ रहा है। क्योंकि वायु रक्षा प्रणाली से फ़ायर किए जाने वाले हर मिसाइल पर 10 लाख डॉलर का ख़र्च आता है।

जिहादे इस्लामी की रॉकेट यूनिट के कमांडर इस्राईली हमले में शहीद

गुरुवार को तड़के ग़ज्ज़ा के दक्षिण में स्थित ख़ान यूनुस पर इस्राईल ने हवाई हमला किया, जिसमें जिहादे इस्लामनी का एक कमांडर शहीद हो गया है।

जिहादे इस्लामी ने एक बयान जारी करके अपने एक सीनियर कमांडर अली ग़ाली को श्रद्धांजलि देते हुए इस्राईल को उनके ख़ून का बदला लेने की चेतावनी दी है।

इस्राईल का दावा है कि शहीद होने वाले जिहादे इस्लामी के कमांडर अली ग़ाली प्रतिरोधी गुट की रॉकेट लॉचिंग फ़ोर्स के कमांडर थे।

अल-जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक़, अली ग़ाली जिहादे इस्लामी की रॉकेट लॉंचिंग यूनिट के प्रमुख थे, जिनकी हत्या के लिए इस्राईल कई बार प्रयास कर चुका था।

फ़िलिस्तीनी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक़, गुरुवार को तड़के इस्राईल ने ख़ान यूनुस में एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया, जिसमें जिहादे इस्लामी के एक कमांडर समेत कई लोग शहीद हो गए।

इस बीच, ग़ज्ज़ा पर ताज़ा हमलों की शुरूआत करने वाले ज़ायोनी शासन ने फ़िलिस्तीनी गुटों की जवाबी कार्यवाही से घबराकर युद्ध विराम के लिए प्रयास करने शुरू कर दिए हैं।

इस्राईली अधिकारियों ने मध्यस्थता के लिए मिस्र, क़तर और संयुक्त राष्ट्र संघ से संपर्क किया है और फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी गुटों को जवाबी कार्यवाही नहीं करने के लिए राज़ी करने का अनुरोध किया है।