नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कठुआ मामले में मुख्य न्यायाधीश से फास्ट ट्रैक कोर्ट शुरू करने का अनुरोध किया है. यह जम्मू-कश्मीर में पहली फास्ट ट्रैक कोर्ट होगी. कठुआ मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट 90 दिन में अपना ट्रायल पूरा करेगी.गौरतलब है कि कठुआ और उन्नाव रेप मामले में पीएम मोदी ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि हम एक देश और समाज के तौर पर हम शर्मसार हैं.।
J&K CM Mehbooba Mufti to request J&K HC Chief Justice for establishment of special fast track court for #KathuaRapeCase, which will be the first in the state & is expected to complete trial in 90 days; accused Policeman are being terminated from service, say PDP sources.
— ANI (@ANI) April 14, 2018
बेटियों को इंसाफ मिलेगा. दिल्ली में आंबेडकर मेमोरियल के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कठुआ और उन्नाव गैंगरेप का जिक्र करते हुए कहा, “पिछले दो दिनों से जिन घटनाओं की चर्चा हो रही है वह किसी सभ्य समाज का हिस्सा नहीं हो सकती है. एक देश, एक समाज के तौर पर हम शर्मसार हैं. मैं पूरे देश को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. देश की बेटियों को इंसाफ मिलेगा.”
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— Firstpost (@firstpost) April 14, 2018
कठुआ में आठ साल की एक बच्ची से मंदिर में गैंगरेप किया गया था। गैंगरेप के बाद बच्ची की निर्मम हत्या कर दी गई थी। पीड़ित बच्ची बकरवाल (मुस्लिम) समुदाय से थी। हिंदूओं में आम धारणा बन गई थी कि इस समुदाय के लोग गायों का मांस खाते हैं।
इस घटना के जरिए रसाना गांव से इस समुदाय के लोगों को विस्थापित करने की बड़ी साजिश रची गई थी। इसी साजिश के तहत मासूम बच्ची का पहले अपहरण किया गया फिर उसे एक मंदिर में बंधक बना कर रखा गया और फिर इसी मंदिर में उससे करीब एक हफ्ते तक हैवानियत की गई।
इस मामले की जांच के बाद यह भी सामने आया है कि मास्टरमाइंड ने बकरवाल समुदाय के मुसलमानों को बाहर खदेड़ भगाने के लिए अपने ही भतीजे और अन्य 6 लोगों को उकसाया था। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बकरवाल समुदाय मुख्य रूप से चरवाहे का काम करता है।