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जहां नभ से भू का नाता है, जहां धरा हमारी माता है, उस देश को भारत कहते हैं : लक्ष्मी सिन्हा की रचना
Laxmi Sinha ==================== · जिस देश का कण-कण सोना हो, जिस देश की नारी देवी हो जिस देश में गंगा बहती हैं, उस देश को भारत कहते हैं जहां भाई _भाई में प्रेम हो, भाई चारे का नेम हो जहां जात_ पांत का भेद न हो, उस देश को भारत कहते हैं जहां नभ से […]
*कौन सा पति ख़रीदूँ…?**“पति ख़रीदने के लिए निम्न शर्ते लागू”*
डॉ मिथिलेश गौतम केकड़ी ========== *कौन सा पति खरीदूँ…?* शहर के बाज़ार में एक बड़ी दुकान खुली जिस पर लिखा था – *“यहाँ आप पतियों को ख़रीद सकती है |”* देखते ही देखते औरतों का एक हुजूम वहां जमा होने लगा. सभी दुकान में दाख़िल होने के लिए बेचैन थी, लंबी क़तारें लग गयी.दुकान के […]
ज़रूर पढ़ें रूबी सत्येन्द्र कुमार की एक लघुकथा – ठूंठ
रूबी सत्येन्द्र कुमार की कविता मंजरी ============ एक लघुकथा निवेदित है। लघु कथा:-ठूंठ हाँ! मैं अब ठूंठ हूं। आज मेरे पास कोई नहीं आता ,ना तो मेरी डालियों पर चिड़ियों के बसेरे हैं, और ना ही मेरी छाया में बैठे अनगिनत लोग ,जो अपने अपने किस्सों को एक दूसरे के साथ बड़ी स्नेह से देर […]