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इन जैसो का आर्थिक और सामाजिक बहिष्कार करे यह साँप हैं किसी को भी काट सकते है

Avi Dandiya
@avidandiya

धर्म की आड़ मे पाखंड का लेवल देखे, एक बार और बोल रहा हूँ इन जैसो का आर्थिक और सामाजिक बहिष्कार करे यह साँप हैं किसी को भी काट सकते है, जब मुख्य न्यायाधीश के बारे मे यह दो कौड़ी के लोग यह लिख सकते हैं तो आप सोचिए आपके और आपके परिवार के बारे मे क्या लिख और बोल सकते है। भगवान की क़सम बुड्ढे को पुरानी दिल्ली की चुनी हुई गालियाँ लिखने का मन कर रहा हैं।
हमारा सनातन इजाज़त नहीं देता नहीं तो कान मे खून निकाल दे।
@indSupremeCourt

cuffy
@CuffyAk

बता दें कि CJI चंद्रचूड़ ने दोनों बेटियों को गोद लिया है। इसके बाद वह दोनों बेटियों को कमरा नंबर 1 में CJI कोर्ट ले गए और दिखाया कि कोर्ट कैसे काम करता है। प्रधान न्यायाधीश ने अपनी बेटियों माही (16) और प्रियंका (20) को दिखाया कि जज कहां बैठते हैं और वकील कहां से बहस करते हैं।

Ajnabi INDIA
@sameerbackagain

कुछ धर्मांध लोग सभा पति के समर्थन में बोल रहे है कि अभिव्यक्ति की आज़ादी है ये , इन जाहिलो से ये कहना है मुझे ” बुराई भलाई जो भी करना है , उस व्यक्ति की करो , उसके परिवार और यहां तक विकलांग बच्चों को लेकर व्यंग ” ये मानसिक विकलांग खुद है , ज़हर की पोटली है शर्म आनी चाहिए ।

🇮🇳 PiyushaaPiyushaa🇮🇳
@Piyu_shaa
भाई,ये दो कौड़ी के लोग ही मानसिक रोगी है ।इन जैसों को वाक़ई इलाज की ज़रूरत है।धर्मांन्धता में पागल हुए लोग आज सही और ग़लत के बीच का फ़र्क़ भूल चुके है।अच्छाई और सच्चाई वाले आचार विचार व्यवहार इन जैसों की परवरिश में कभी नहीं रहे है।

आशीष दुबे INDIA 🇮🇳
@aboGbIDfDHWooMI

इस बुढ़े को ये पता की ये लडकिया अपाहिज है और ये नही पता की ये चंद्रचूड़ जी की नही उन्होंने गोद लिया है इतने महान शख्सियत को ये बुड्ढा क्या बोलेगा ये अपनी 2कोढ़ी की जाहिलता दिखा गया और कुछ नही

R.K
@2a708b30e6cd48a

ऐसा गोबर भर दिया गया है इस कमीन के दिमाग में जो की अब देश हित मे बहुत हानिकारक साबित हो रहा है,अगर इसका इलाज जल्द ही किसी मेंटल हॉस्पिटल में नही हुआ तो ये पागल हो सकता है

Monu Dubey
@MonuDub90487665

ये संघी लोग सड़े टमाटर की तरह होते हैं यह किसी पर भी आरोप लगा देते हैं जबकि इन्हें पता नहीं है कि चंद्रचूड़ साहब ने इन दोनों बच्चियों को गोद लेने के साथ ही अपनी बेटी की तरह इनका पालन कर रहे हैं
गर्व है आपने जज्बे पर चंद्रचूड़ सर

डिस्क्लेमर : लेखक के अपने निजी विचार और जानकारियां हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं है