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इमरान ख़ान ने राष्ट्रपति से आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम द्वारा आयोजित प्रेस कांफ़्रेंस की जांच करने की अपील की

पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री और मशहूर क्रिकेटर इमरान ख़ान ने राष्ट्रपति आरिफ़ अलवी से पाकिस्तान की शक्तिशाली ख़ुफ़िया एजेंसी द्वारा आयोजित एक प्रेस कांफ़्रेंस की जांच शुरू करने की अपील की है, जिसके पर उन्होंने उन पर हुए जानलेवा हमले की साज़िश रचने का आरोप लगाया है।

राष्ट्रपति अलवी को एक पत्र लिखकर ख़ान ने पिछले महीने पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी इंटर-सर्विसेज़ इंटेलिजेंस (आईएसआई) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम द्वारा आयोजित प्रेस कांफ़्रेंस का उल्लेख किया है।

पाकिस्तान तहरीके इंसाफ़ के चेयरमैन और पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में कहा ह कि किस तरह से दो सैन्य उच्च अधिकारी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके देश के सबसे बड़े राजनीतिक दल के नेता को कैसे निशाना सकते हैं।

ग़ौरतलब है कि 27 अक्तूबर को अभूतपूर्व तरीक़े से लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम और सेना के मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज़ पब्लिक रिलेशंस के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बाबर इफ़्तिख़ार ने एक संयुक्त प्रेस कांफ़्रेंस की थी।

रविवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद, ख़ान लाहौर स्थित अपने घर में समय बिता रहे हैं।

पिछले हफ़्ते वज़ीराबाद में एक रैली के दौरान, इमरान ख़ान पर जानलेवा हमला हुआ था। हमलावर ने काफ़ी नज़दीक से उनकी तरफ़ फ़ायर खोल दिया था, गोली उनकी टांग में लगी थी।

इससे पहले इमरान ख़ान ने ख़ुद पर होने वाले कथित क़ातिलाना हमले की साज़िश रचने का आरोप जिन तीन व्यक्तियों पर लगाया था, उनमें मेजर जनरल फ़ैसल नसीर, प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और केंद्रीय गृह मंत्री राना सनाउल्ला शामिल हैं।

दूसरी और पाकिस्तानी फ़ौज अपने अधिकारियों के बचाव में सामने आई है और सेना के जनसंपर्क निदेशालय यानी आईएसपीआर ने एक बयान जारी किया है।

इस बयान में इमरान ख़ान के आरोपों को पूरी तरह नकारते हुए उन्हें बेबुनियाद और ग़ैर ज़िम्मेदाराना अकारण और अस्वीकार्य क़रार दिया है।