देश

इसराइल-फ़लस्तीनी मुद्दे पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से एक बार फिर हमास के हमले की निंदा करते हुए बयान आया

इसराइल-फ़लस्तीनी मुद्दे पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से एक बार फिर हमास के हमले की निंदा करते हुए बयान आया है.

मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “आपने प्रधानमंत्री की टिप्पणियां, ट्वीट और बयान देखे होंगे… हमने इसराइल पर भयानक टेररिस्ट हमले की कड़ी निंदा की है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों का मुकाबला करने के लिए एकजुट होना होगा.”

“फ़लस्तीन के मसले पर हमने द्वि-राष्ट्र समाधान के लिए सीधे वार्ता के पक्ष में अपने पक्ष को दुहराया है. हताहत होने वाले नागरिकों और मानवीय सहायता को लेकर हमने चिंता व्यक्त की है. अंतरराष्ट्रीय मानवीय क़ानूनों का कड़ाई से पालन करने की हम अपील करते हैं.”

सात अक्तूबर को इसराइल पर हमास के घातक हमले से उपजी परिस्थिति के बाद भारत ने अपने नागरिकों को बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू की थी.

इसके बारे में जानकारी देते हुए बागची ने कहा कि ऑपरेशन अजय के माध्यम से अबतक 1200 भारतीयों को इसराइल से वापस देश सुरक्षित लाया गया है, जिनमें 18 नेपाली नागरिक भी शामिल हैं.

ग़ज़ा के अल अहली अस्पताल पर हमले में बड़ी संख्या में नागरिकों के मारे जाने पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर अफसोस जताते हुए लिखा था, “ग़ज़ा में अल अहली अस्पताल में बड़ी संख्या में लोगों की दुखद मौत पर गहरा सदमा लगा है. पीड़ितों के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है. घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की हम प्रार्थना करते हैं.”

उन्होंने लिखा, “मौजूदा संघर्ष में नागरिकों के हताहत होने की घटना बहुत गंभीर और लगातार चिंता की बात है. जो इस घटना में शामिल हैं उनपर ज़िम्मेदारी तय होनी चाहिए.”