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जो लोग बेगुनाहों का ख़ून बहाते हैं उन्हें इंसानियत के दायरे में नहीं रखा जा सकता, अब समझ में आया कि कर्बला में 72 क्यों थे?
इस्लाम एक ऐसा धर्म है जो किसी धर्म की बुराई करने से रोकता है। इस्लाम ने हमेशा अधर्मियों के विरुद्ध मार्चा खोला है। पवित्र क़ुरआन में अल्लाह यह आदेश देता है कि किसी के झूठे ख़ुदाओं को भी बुरा न कहो। साथ ही इस्लाम किसी भी बेगुनाह की हत्या को भी पूरी तरह इंसानियत के […]
विकास शांति से होता है, विनाश में भारी शोर मचता है : देवी सिंह तोमर का लेख
देवी सिंह तोमर ============== “विकास में देर लगती है, और विनाश बहुत जल्दी होता है। विकास शांति से होता है, विनाश में भारी शोर मचता है।” माता-पिता बचपन से बच्चे का विकास करते हैं। “लगभग 20 30 वर्ष लग जाते हैं, एक बच्चे का विकास करने में। इतने वर्षों तक माता-पिता को बहुत तपस्या करनी […]
तबाही की तलवार लटकत रही है, इन्हें मुक्ति सिर्फ़ समाजवाद में मिल सकती है!
Kavita Krishnapallavi ================= · मोनोपोली बनाम ‘बाकी सभी’! अपने वर्ग सहयोगवाद को जायज़ ठहराने के लिए “महासचिव” अजय सिन्हा की नयी “खोजें”! अमित https://www.mazdoorbigul.net/archives/15993 हमारे माटसाब यानी “महासचिव” अजय सिन्हा भविष्य के समाजवादी राज्य का “प्रीमियर” बनाने की जल्दबाज़ी में रोज़ नये-नये सिद्धान्तों का प्रतिपादन करते हैं और मार्क्सवाद में नया इज़ाफ़ा करने का दावा […]