न्यूयॉर्क : इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी ने एक बार फिर भारत कश्मीर को लेकर धारा 370 के प्रावधानों को दुबारा लागू करने को कहा है। संयुक्त राष्ट्र में ओआईसी के एक कॉन्टैक्ट ग्रुप ने बुधवार को कहा कि भारत को 5 अगस्त 2019 को या उसके बाद उठाए गए कदमों को वापस लेना चाहिए। साफ है कि ओआईसी का इशारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने की तरफ था जिसका यह संगठन विरोध कर रहा है। ओआईसी के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा ने बैठक की अध्यक्षता की। भारत ने 5 अगस्त 2019 को कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था जिससे जम्मू-कश्मीर का ‘विशेष राज्य’ का दर्जा समाप्त हो गया था। पाकिस्तान, तुर्की और तमाम मुस्लिम देश भारत के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।
पाकिस्तानी अखबार डॉन की खबर के मुताबिक समूह ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सत्र से इतर न्यूयॉर्क में मुलाकात की और भारत की ओर से उठाए गए कदम की ‘निंदा’ करते हुए एक संयुक्त विज्ञप्ति जारी की। समूह की ओर से जारी बयान, जिसमें भारत से कई मांगें की गई थी, ओआईसी भारत से कश्मीर को लेकर जो शिकायतें की गईं, वास्तव में पीओके उन समस्याओं से जूझ रहा है, फिर चाहें वह मानवाधिकार हनन हो या लोगों की जमीनों पर कब्जे।
समूह ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ‘जघन्य अपराधों’ के लिए भारत को जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया। इससे पहले जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने की तीसरी वर्षगांठ पर ओआईसी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संयुक्त राष्ट्र के प्रासंगिक प्रस्तावों के अनुसार ‘विवाद’ को हल करने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया था। लेकिन भारत ने इस्लामिक देशों के संगठन के बयान को खारिज कर दिया था ।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि इस तरह के बयान केवल ओआईसी को एक ऐसे संगठन के रूप में उजागर करते हैं जो ‘आतंकवाद के जरिए चलाए जा रहे सांप्रदायिक एजेंडे’ के लिए समर्पित है। बागची ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर पर ओआईसी महासचिवालय के आज के बयान कट्टरता की बू आती है।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर ‘भारत का एक अभिन्न और अविभाज्य’ हिस्सा है और हमेशा रहेगा।
BilawalBhuttoZardari
@BBhuttoZardari
At the OIC Contact Group on Jammu & Kashmir, I highlighted grave human rights and humanitarian situation in #IIOJK. Contact Group adopted a joint communique reaffirming strong support for the legitimate struggle of the Kashmiri people for self-determination
Sheikh Abdul Mateen
@mateenbatamalo
‘Kashmir Dispute is a shared issue of Muslim World.We should remember, #Kashmir is Pakistan & Pakistan is Kashmir.We want peace with India but it is conditional upon Kashmir dispute.’
@BBhuttoZardari
took clear & rightful stand on Pakistan position in Kashmir at OIC’s FM Meeting.
Spokesperson 🇵🇰 MoFA
@ForeignOfficePk
Sep 22
The
@OIC_OCI
CG on Jammu & Kashmir met on sidelines of #UNGA. A Comprehensive Joint Communiqué was adopted unanimously which declared that final settlement of J&K dispute in accordance with UNSCRs & UN supervised plebiscite is indispensable for durable peace & stability in SA.
The Asian Telegraph
@Asian_Telegraph
OIC Contact Group on Jammu and Kashmir on the margins of the 77th UNGA Session.