तालेबान के राजनैतिक आयोग की बैठक में ईरान के साथ सौहार्दपूर्ण संबन्धों पर बल दिया गया है।
अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान की सरकार के राजनैतिक आयोग की बैठक हुई। यह बैठक, मौलवी अब्दुल कबीर की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक में यह बात विशेष रूप से कही गई कि इस्लामी गणतंत्र ईरान के साथ मैत्रीपूर्ण संबन्ध, तालेबान सरकार की नीति का हिस्सा हैं। इस बैठक में अफ़ग़ानिस्तान के जल एवं ऊर्जा प्रभारी ने ईरान के हक़ाबे के बारे में विस्तार से बात की। तालेबान की बैठक में उचित ढंग से हीरमंद समझौते के लागू किये जाने पर बल दिया गया।
सन 1972 में ईरान और अफ़ग़ानिस्तान के तत्कालीन अधिकारियों के बीच होने वाले इस समझौते के आधार पर हीरमंद नदी के जल में ईरान का भाग 820 मिलयन क्यूबिक घन मीटर प्रति वर्ष है। यह लगभग 26 घन मीटर प्रति सैकेंड है किंतु अलग-अलग मौसम में यह बदलता रहता है।
अब ईरानी राष्ट्र को इस बात की अपेक्षा है कि अफ़ग़ानिस्तान के तालेबान इस समझौते के प्रति कटिबद्ध रहें। पिछले दो दशकों अर्थात बीस वर्षों के दौरान अफ़ग़ानिस्तान में होने वाले राजनैतिक परिवर्तनों और वहां पर लंबे समय तक पश्चिम की उपस्थति के बाद अफ़ग़ानिस्तान ने हीरमंद नदी से पानी की निकासी को सीमित करने के उद्देश्य से इस नदी के निकटवर्ती क्षेत्रों में बांध बनाने का काम शुरू कर दिया।
Ashok Swain
@ashoswai
Iran objects construction of the Kajaki, Kamal Khan, Pashdan, and Bakhshabad dams in Afghanistan. The ongoing armed conflict has not stopped the Taliban to restart the construction of the Pashdan Dam after the nearly two-year halt.
Insider Paper
@TheInsiderPaper
NEW 🚨 Afghan Taliban declare war on Iran after weeks of escalating tensions over water rights, deploy heavy weaponry near the Afghan-Iran border. Multiple killed in clashes.
Terror Alarm
@Terror_Alarm
·May 27
🚨🇦🇫🇮🇷Breaking: The #Taliban attacks #Iran borders kills several border guards.