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तुमने चुप रह के सितम और भी ढाया मुझ पर…तुमसे अच्छे हैं मेरे हाल पे हंसने वाले…!!
बुड़बक का पन्ना – Just for Fun ================== एक बार जंगल में शेर ने एक फैक्ट्री डाली…..!! उसमे एक मात्र काम करने वाली एक नन्ही चींटी थी जो समय से दफ़्तर आती जाती थी और फैक्ट्री का सारा काम बड़ी मेहनत और लगन से अकेले करती थी । शेर का व्यसाय बहुत ही व्यवस्थित ढंग […]
मधु मालती जी और ‘भूल-ग़लती’ का क़िस्सा…बेहद अँधेरे दिनों में भी हँसना ज़रूरी होता है!!
Kavita Krishnapallavi =============== · ( बेहद अँधेरे दिनों में भी हँसना ज़रूरी होता है I जीवन की विडम्बनाओं पर, त्रासदियों पर, अपने दुश्मनों पर, फ़ासिस्टों पर, नकली वामपंथियों पर, लिबलिब लिबरलों पर, कूपमंडूक “सद्गृहस्थों” पर दिल खोलकर हँसना चाहिए I हँसना ऊर्जस्वी और ताज़ादम बनाता है I इसलिए एकदम उन्मुक्तता और निर्मलचित्तता के साथ हँसना […]
जो पूरे ना हो सके वो ख़ाब….डॉ. विजया सिंह की रचनायें पढ़िये!
Dr.vijayasingh Alwar, India, Rajasthan Dr.vijayrani1@gmail.com ============== जो पूरे ना हो सके वो ख्वाब उनका टूट जाना ही अच्छा जो ना बन सके कभी अपने उनका रूठ जाना ही अच्छा यूँ तो सफर कटता नहीं अकेले मगर बेवफा सनम से तन्हाई का आलम ही अच्छा चिरागों की रोशनी से ख़फ़ा तो नहीं मैं मगर उनकी बेतुकी […]