

Related Articles
आज जो सितारा चाँद के क़रीब आकर उसकी खूबसूरत बढ़ा रहा कल कहीं लापता हो जाए…
पन्ने मन के =============== फिर तेरी याद चली आई…… सुनो ! आज मन है कुछ कहने का तुम सुनोगे न मेरा मन..? बिल्कुल! कौन सा तूफ़ा लिए बैठी हो आज इन मंदिर की सीढ़ियों पर…कहो क्या कहना है ?( उत्सुकता से) बस यूँ ही !कुछ बेतुके से सवाल ,इस चाँद और सितारे को देखकर। अच्छा […]
उस दिन हद हो गई जब उसने एक मनचले की धुनाई कर दी और…
मीनू का मन विचलित था। कभी अपनी अभावग्रस्त जिंदगी देखती… कभी मैडम का प्रलोभन। “मीनू, चलो मेरे साथ काम दिलवा दूंगी…ऐश करोगी ऐश। “ गोरी-चिट्ठी मैडम आधुनिक लिबास में लिपस्टिक पोते नजाकत से कार में बैठती, फाटक ड्राइवर खोलता… मैडम का बिंदास अंदाज बेफिक्री… गरीबी से त्रस्त बेजार मीनू को अपनी ओर खींचते। मीनू के […]
क़िताब : धुँधलके शामों के, शायरा – नलिनी विभा ‘नाज़ली’ : ज़िंदगी कितनी हसीन है इसका अहसास होता है….
Nalini Vibha Nazli Lives in Hamirpur, Himachal Pradesh =========== मोहतरम कर्नल Vivek P Singh साहिब मुख़्तलिफ़ ज़बानों और अस्नाफ़ में माहिर और एक मुमताज़ तब्सिरः निगार हैं ।ऐसी अज़ीमतरीन शख़्सियत का मेरे अदना – से शे’री मज्मूए पर लिखना मेरे लिए बाइस-ए-फ़ख़्र है, जिसके लिए मैं तहे-दिल से ममनून हूँ ।आप तमाम मुअज़्ज़िज़ ख़वातीनो – […]