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जब इस खूबसूरत दुनिया की रचना हुई…. तब….,,,लक्ष्मी सिन्हा की रचना!
Laxmi Sinha =========== जब इस खूबसूरत दुनिया की रचना हुई । तब इसकी तमाम विशेषताओं में विविधता एक प्रमुख विशेषता थी। इसीलिए सृष्टि के कण- कण में विविधता दृष्टिगोचर होती है। इस जड़ चेतनरूप संसार में एक जैसा कुछ भी नहीं। यही विविधता सृष्टि के सौंदर्य का कारण है। वास्तव में सौंदर्य का प्रस्फुटन विविधता […]
”ढोल, गवार, शूद्र, पशु, नारी, ये सब ताड़न के अधिकारी” की व्याख्या…By-Lekhak Mukesh Sharma
Lekhak Mukesh Sharma =================== · ढोल ,गवार ,शूद्र, पशु, नारी, ये सब ताड़न के अधिकारी।” चौपाई की व्याख्या करते समय लोग काल, समय, स्थान और संदर्भ को नहीं देखते। बस जैसा मन में आया वैसी व्याख्या कर देते हैं। वैसे भी आजकल की पीढ़ी जो ज्यादातर फेसबुक जैसे मंच पर ज्ञान बांटते नज़र आती है, […]
केवल एक दिन यह मान लेने से क्या नारी को सम्मान मिल जाता है? लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़िये!
Laxmi Sinha =================== केवल एक दिन यह मान लेने से क्या नारी को सम्मान मिल जाती है?औरत त्याग की एक ऐसी मूरत है जिसे देवी का स्थान मिला है.किसी पुरुष में सहस्त्र हाथियों का बल होगा, पर एक औरत की ताकत और उसके त्याग के आगे तो शून्य ही है.भले ही समाज में इसे दु:ख […]