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एसीसी मेंस इमर्जिंग कप-2023 के फ़ाइनल में पाकिस्तान ‘ए’ ने भारत ‘ए’ को 128 रनों से हराया, पाकिस्तान लगातार दूसरी बार चैंपियन बना!

एसीसी मेंस इमर्जिंग कप के फ़ाइनल में पाकिस्तान ‘ए’ की टीम ने भारत ‘ए’ को 128 रनों की बड़े अंतर से हरा दिया है. इसके साथ ही पाकिस्तान की टीम लगातार दूसरी बार इस टूर्नामेंट की चैंपियन बनी है.

यह एसीसी मेंस इमर्जिंग कप का चौथा संस्करण है. पहले दो संस्करण को श्रीलंका की टीम ने जीता था. वहीं भारत आज तक यह टूर्नामेंट कभी जीत नहीं सका है.

रविवार को कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए फ़ाइनल मुक़ाबले में पाकिस्तान ‘ए’ ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 353 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था. लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत ‘ए’ की पूरी टीम 255 रन बना कर आउट हो गई.

पाकिस्तान की ओर से तैय्यब ताहिर ने तूफ़ानी शतक जड़ा. उन्होंने अपनी 71 गेंदों की पारी में 108 रन बनाए और पाकिस्तान के विशाल स्कोर के नायक बने.

पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी के दौरान 22वें ओवर में दो विकेट पर स्कोर 146 रन था, तब ताहिर बल्लेबाज़ी करने उतरे.

35वें ओवर तक वो धीमी गति से बल्लेबाज़ी करते रहे. तब उन्होंने 34 गेंदों पर 30 रन बनाए थे लेकिन इसके बाद उन्होंने अपना गियर बदला और आक्रामक रुख अख़्तियार कर लिया.

उन्होंने छक्के, चौके की बरसात कर दी और अगले 36 गेंदों पर 66 रन बना कर अपना शतक पूरा किया.

ताहिर के अलावा पाकिस्तान के दोनों सलामी बल्लेबाज़ों सईम अयूब और साहिबज़ादा फ़रहान ने भी अर्धशतकीय पारी खेली.

वहीं भारत की तरफ़ से केवल सलामी बल्लेबाज़ अभिषेक वर्मा ने ही अर्धशतक जमाया. उन्होंने 61 रन बनाए जबकि कप्तान यह ढुल ने 39 रन तो साई सुदर्शन ने 29 रनों का योगदान दिया.

इसके अलावा कोई भी भारतीय बल्लेबाज़ 15 रन भी नहीं बना सके.

एसीसी मेंस इमर्जिंग कप फ़ाइनलः तैय्यब ताहिर का तूफानी शतक

एसीसी मेंस इमर्जिंग कप 2023 के फ़ाइनल में तैय्यब ताहिर के तूफ़ानी शतक की बदौलत पाकिस्तान ‘ए’ ने भारत ‘ए’ के सामने जीत के लिए 353 रन का लक्ष्य रखा है.

पाकिस्तान की ओर से तैय्यब ताहिर ने तूफ़ानी बल्लेबाज़ी की और केवल 66 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया. ताहिर ने 108 रन बनाए, वहीं दोनों सलामी बल्लेबाज़ों ने भी अर्धशतकीय पारी खेली.

टॉस जीत कर भारत ‘ए’ ने पाकिस्तान ‘ए’ को पहले बल्लेबाज़ी के लिए उतारा.

सलामी बल्लेबाज़ों सईम अयूब और साहिबज़ादा फ़रहान ने पाकिस्तान को तेज़ शुरुआत दी.

पहले तीन ओवरों में इन दोनों ने 10 के औसत से 30 रन जोड़े. हालांकि जल्द ही अभिषेक शर्मा और युवराज सिंह डोडिया ने रन बनाने की रफ़्तार पर अंकुश लगा दिया.

पाकिस्तान ने 9वें ओवर में पचास रन पूरे किए. 10वें ओवर में डोडिया की गेंद पर पाकिस्तानी ओपनर्स ने 16 रन जोड़े.

15वें ओवर में मानव सुतार को गेंदबाज़ी के लिए लाया गया लेकिन साहिबज़ादा फ़रहान ने लॉन्ग ऑन पर छक्के के साथ पाकिस्तान का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. अगले ओवर में ही दोनों बल्लेबाज़ों ने अपने अपने अर्धशतक पूरे किए.

आखिर 18वें ओवर में भारत ए को पहली सफलता मिली. जब मानव सुतार ने सईम अयूब को विकेटकीपर ध्रुव जुरेल के हाथों कैच आउट कराया.

अयूब 51 गेंदों पर सात चौके, दो छक्के की मदद से 59 रन बना कर आउट हुए.

बाएं हाथ के गेंदबाज़ मानव सुतार इस टूर्नामेंट में भारत ‘ए’ की ओर से दूसरे सबसे सफल गेंदबाज़ रहे हैं. इस टूर्नामेंट में उन्होंने 10 विकेट लिए हैं.

इस टूर्नामेंट में अब तक 11 विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज़ निशांत सिंधू हैं. बाएं हाथ के गेंदबाज़ सिंधू एक ऑलराउंडर हैं.

ताहिर का तूफ़ानी शतक

भारत ‘ए’ के कप्तान यश ढुल ने इस मुक़ाबल में सात गेंदबाज़ों को आजमाया.

पाकिस्तान का दूसरा विकेट 146 के स्कोर पर साहिबज़ादा फ़रहान के रूप में गिरा. फ़रहान ने 62 गेंदों पर 65 रन बनाए.

इसके बाद 183 से 187 रन के बीच तेज़ी से तीन पाकिस्तानी बल्लेबाज़ आउट हुए लेकिन यहां से तैय्यब ताहिर और मुबासिर ख़ान ने मोर्चा संभाला और केवल 65 गेंदों पर शतकीय साझेदारी निभाई.

पाकिस्तान ने जहां 34वें ओवर की पहली गेंद पर 200 रन पूरे किए वहीं ताहिर की तूफ़ानी बल्लेबाज़ी की बदौलत अगले 10 ओवर में 100 रन जोड़ दिया. पाकिस्तान का स्कोर 44वें ओवर में 300 के पार पहुंच गया.

इसी 44वें ओवर में ताहिर ने एक छक्का, तीन चौके जड़े और अपना शतक पूरा किया. ताहिर ने केवल 66 गेंदों पर शतक जमाया.

आख़िरकार ताहिर का ये तूफ़ान 45वें ओवर में थमा. वे राजवर्धन हंगारगेकर की गेंद पर आउट हुए. तैय्यब ताहिर ने अपनी पारी में केवल 71 गेंदों पर 12 चौके और चार छक्के की मदद से 108 रन बनाए.

पाकिस्तान की टीम ने 50 ओवरों में 8 विकेट पर 352 रन बनाए.

यह एसीसी मेंस इमर्जिंग कप का चौथा संस्करण है. भारतीय टीम अब तक एक बार भी इसे नहीं जीत सकी है.

पाकिस्तान की टीम 2019-20 की चैंपियन टीम है. तो 2018-19 और 2016-17 में श्रीलंका की टीम चैंपियन बनी थी.