नई दिल्ली:जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में अल्पसंख्यक खानाबदोश समुदाय की 8 साल की एक बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर उसकी जघन्य हत्या किए जाने के मुद्दे पर मोदी सरकार के मंत्री वी के सिंह ने कहा कि एक इंसान के तौर पर हमने उस बच्ची को निराश किया लेकिन उसे न्याय से वंचित नहीं किया जाएगा। इस घटना पर दुख जताते हुए उन्होंने कहा कि हम इंसान के तौर पर अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा सके।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देने वाले वह बीजेपी के शायद पहले मंत्री हैं। विदेश राज्य मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘लेकिन उसे न्याय से वंचित नहीं किया जाएगा।’
We have failed Ashifa as humans. But she will not be denied justice.#PunishTheSavages #RapeAndMurderOfHumanity #Kathua #JusticeForAshifa #GenerallySaying pic.twitter.com/yQPUU0JDW4
— General Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) April 12, 2018
इस मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब तक दो विशेष पुलिस अधिकारियों और एक हेड कांस्टेबल सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। हेड कांस्टेबल पर सबूत मिटाने के आरोप हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट में कहा गया है कि उस समुदाय के लोगों को इस क्षेत्र से हटाने के लिए सावधानीपूर्वक बच्ची से रेप और हत्या की साजिश रची गई थी। इस घटना ने राज्य में ध्रुवीकरण कर दिया है। जहां स्थानीय बार संघ अल्पसंख्यक डोगरा समुदाय को निशाना बनाने के खिलाफ बंद का आह्वान कर रहा है। वहीं, घाटी में बच्ची को न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन हो रहा है।
इस मामले पर जम्मू बंट गया है। स्थानीय बार एसोसिएशन ने यह कहते हुए बंद बुलाया है कि ‘अल्पसंख्यक डोगरा समुदाय को निशाना’ बनाया जा रहा है जबकि राज्य की पुलिस ने उन वकीलों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जिन्होंने इस मामलें में आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर करने से कथित तौर पर रोका था। इस मामले को सांप्रदायिक रंग और राजनीतिक रंग देने की निंदा करते हुए नेशनल कांफ्रेंस की नेता ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि इस मामले पर पाखंड दिखाना शायद उनका ‘बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान का तरीका’ है।