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क़तर वर्ल्ड कप में इस्राईलियों की भरपूर बेइज्जज़ती के बाद और अब बहरैन में भी इस्राईल का विरोध हुआ तेज़ : ख़ास रिपोर्ट

इस्राईल के राष्ट्रपति के बहरैन दौरे के विरुद्ध बहरैन की जनता ने विरोध प्रदर्शन करके इसकी निंदा की है।

इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार बहरैन के सितरा इलाक़े की जनता ने एक बार फिर इस्राईल के साथ संबंधों की स्थापना की निंदा करते हुए इस्राईल के राष्ट्रपति के बहरैन दौरे के विरुद्ध प्रदर्शन किए।

विरोध प्रदर्शन के दौरान बहरैनी जनता ने प्लेकार्ड, बैनर और फ़िलिस्तीनी झंडे उठा रखे थे जिन पर बहरैन और इस्राईल के बीच संबंधों की बहाली के विरुद्ध नारे लिखे हुए थे।

इस्राईल के राष्ट्रपति इस्हाक़ हर्ट्ज़ूग रविवार को बहरैन का दौरा करने वाले हैं।

ज्ञात रहे कि बहरैन ने संयुक्त अरब इमारात के साथ 2020 में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के दबाव में आकर संबंधों की बहाली के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिस पर इस्लामी जगत और पूरी दुनिया में नाराज़गी व्यक्त की गयी।

इस्लामी जगत विशेषकर फ़िलिस्तीनी जनता ने इस्राईल के साथ संबंधों की बहाली के समझौते को मुसलमानों के पहले क़िबले और फ़िलिस्तीन की धरती के साथ ग़द्दारी क़रार दिया है।

 

अपनों को मनाना कोई ईरानी राष्ट्रपति से सीखे, रईसी के क़दम बढ़ते गए दुश्मनों के दम घुटते गए : वीडियो

पिछले दिनों इस्लामी गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी कुर्दिस्तान प्रांत की पूर्वोत्तर सीमा पर स्थित सनंदज शहर के दौरे पर गए थे। वहां उन्होंने सड़कों पर उतरकर आम लोगों से उन्होंने मुलाक़ात की और उनकी समस्याओं को सुना।

एक ओर जहां अमेरिका के साथ मिलकर कुछ पश्चिमी और अरब देश ईरान को अशांत बनाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं वहीं दुश्मनों के इन प्रयासों पर देश की जनता और सरकार दोनों एकजुट होकर पानी फेरती जा रही है। दुश्मन भी परेशान हैं कि ऐसा क्या करें कि ईरान को दंगों और उपद्रव की आग में जला दें, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि जिस देश में पैग़म्बरे इस्लाम (स) के वंशज इमाम अली रज़ा  रहते हैं और न जाने कितनी पवित्र हस्तियां, उसको दुनिया की कोई आग नहीं जला सकती।

इसी मौक़े के लिए किसी शायर ने कहा है कि “फ़ानूस बन के जिस की हिफ़ाज़त हवा करे, वो शम्अ’ क्या बुझे जिसे रौशन ख़ुदा करे।” ईरान में होने वाले हालिया दंगों में जो इलाक़ा सबसे ज़्यादा प्रभावित रहा वह है देश का पूर्वोत्तर सीमावर्ती शहर सनंदज। जहां गुरुवार को ईरान के राष्ट्रपति ने पहुंचकर आम लोगों से मुलाक़ात की। राष्ट्रपति रईसी अपनी इस यात्रा के दौरान अचानक शहर के मुख्य बाज़ार पहुंचे और उन्होंने वहां मौजूद दुकानदारों और आम जनता से उनकी समस्याओं के बारे में जाना।


उल्लेखनीय है कि पिछले हफ़्तों के दौरान, आतंकवादी संगठन कोमला के आतंकियों सहित अन्य अलगाववादी और आतंकवादी समूह, जो विदेशी ताक़तों के एजेंट के तौर पर देश भर में दंगों की आग भड़काने की भरपूर कोशिश कर रहे थे, उन्होंने आतंकवादी कार्रवाइयों को भी अंजाम दिया। लेकिन इस्लामी गणराज्य के दुश्मनों और उनके एजेंटों की सारी साज़िशों को ईरान की सरकार और जनता ने मिलकर नाकाम बना दिया। इस बीच राष्ट्रपति राईसी ने सनंदज में एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया जहां बड़ी संख्या में कुर्द लोगों ने भाग लिया और देश के राष्ट्रपति का भव्य स्वागत किया।

इसके अलावा राष्ट्रपति रईसी ने इलाक़े की मस्जिद पहुंचकर सुन्नी धर्मगुरु की इमामत में नमाज़ अदा की और फिर शहर के शिया और सुन्नी विद्वानों और बुज़ुर्गों से मुलाक़ात की और उनसे ताज़ा स्थिति को लेकर चर्चा की।

अफ़ग़ानिस्तान में ऐसा क्या हुआ कि एक नई नवेली दुल्हन ने हज़रत ज़ैनब  के रास्ते पर चलने की खाई क़सम : वीडियो रिपोर्ट

एक ओर जहां अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिका द्वारा पैदा की गई स्थिति से आम लोगों का जीवन बहुत सारी समस्याओँ से जूझ रहा है तो वहीं इस देश के युवाओं के सामने अपनी ज़िंदगी की नई पारी शुरू करने को लेकर चुनौतियों का पहाड़ खड़ा है … लेकिन इस बीच अफ़ग़ानिस्तान के एक शादी हॉल से ऐसी तस्वीरें सामने आई है कि जहां एक साथ 56 जोड़े विवाह के बंधन में बंधने के लिए तैयार हैं … दुल्हनों की मांएं इस बात को लेकर ख़ुश नज़र आ रही हैं