कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पलटवार किया है.
मंगलवार सुबह पीएम नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में एकजुट हो रहे विपक्ष को भ्रष्टाचारियों का सम्मेलन बताया था.
सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट कर लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी की भाषा और बयान उनके डर का प्रमाण हैं. 9 साल सत्ता में रहने के बाद मोदी जी के अंदर यह दम नहीं है कि अपने काम पर वोट माँग लें.”
“आज भी सिर्फ़ और सिर्फ़ विपक्ष के ख़िलाफ़ ज़हर उगल रहे हैं और अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. जिस प्रधानमंत्री की नाक के नीचे देश का सबसे बड़ा अडानी महाघोटाला हुआ हो उसकी हिम्मत कैसे है भ्रष्टाचार पर अपना मुँह खोलने की?”
“जो प्रधानमंत्री पानी पी पी के विपक्ष के कुछ नेताओं को भ्रष्टाचार पर कोसे और फिर कुछ ही घंटों बाद पार्टी तोड़ कर उन्हें अपनी सरकार में शामिल करे, वो दोहरे मापदंड का जीता जागता सबूत है.”
“आपकी बदले की भावना से प्रेरित केस भी आपकी बातों की ही तरह फ़र्ज़ी और निराधार हैं और लगे हाथ एक बात ज़रूर बताइएगा मोदी जी, बड़ा सीना ठोक कर चिल्लाते थे ‘एक अकेला एक अकेला’ तो अब 38 औरों की ज़रूरत क्यों आन पड़ी?”
Supriya Shrinate
@SupriyaShrinate
प्रधानमंत्री मोदी की भाषा – और बयान उनके डर का प्रमाण हैं।
▪️9 साल सत्ता में रहने के बाद मोदी जी के अंदर यह दम नहीं है कि अपने काम पर वोट माँग लें।
▪️आज भी सिर्फ़ और सिर्फ़ विपक्ष के ख़िलाफ़ ज़हर उगल रहे हैं – और अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।
▪️जिस प्रधानमंत्री की नाक के नीचे देश का सबसे बड़ा अडानी महाघोटाला हुआ हो उसकी हिम्मत कैसे है भ्रष्टाचार पर अपना मुँह खोलने की?
▪️जो प्रधानमंत्री पानी पी पी के विपक्षी के कुछ नेताओं को भ्रष्टाचार पर कोसे और फिर कुछ ही घंटों बाद पार्टी तोड़ कर उन्हें अपनी सरकार में शामिल करे – वो दोहरे मापदंड का जीता जागता सबूत है।
▪️अब विपक्ष को एक साथ देख कर मोदी जी का गला सूख रहा है, तो हमलावर दिखने की कोशिश कर रहे हैं। अरे 9 साल से ऊपर सत्ता में आप हैं – अगर एक भी असली केस होता तो आप कुछ कर पाते
▪️आपके बदले की भावना से प्रेरित केस भी आपकी बातों की ही तरह फ़र्ज़ी और निराधार है।
▪️और लगे हाथ एक बात ज़रूर बताइएगा मोदी जी – बड़ा सीना ठोक कर चिल्लाते थे ‘एक अकेला एक अकेला’ तो अब 38 औरों की ज़रूरत क्यों आन पड़ी?
▪️कब तक आँख में धूल झोंक कर, लोगों को आपस में लड़ा कर अपनी दुकान चलाते रहिएगा?
▪️लेकिन आपका यह डर देखकर अच्छा लगा, जनता का यह ख़ौफ़ तो होना ही चाहिए – ख़ासतौर से उस जनता का जिसको आपने 9 साल से ऊपर ठगा है।