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पुराने चौक वाला प्यार….By-कविता भड़ाना
पुराने चौक वाला प्यार” “रमा ओ रमा, आजा जल्दी स्कूल के लिए देर हो रही है” सीमा सुबह सुबह गली में से ही बड़ी ज़ोर से आवाज लगाते हुए अपनी सहेली और सहपाठी रमा को बुलाने लगती है। हे भगवान! “ये लड़की है या तूफान मेल जब देखो तब हड़बड़ी में ही रहती है” रमा […]
हम चाहते कुछ और हैं, होना कुछ और चाहिये, होता कुछ और है। जैसे सब गड्डमगड्ड है….By-सर्वेश तिवारी श्रीमुख
Sarvesh Kumar Tiwari ============ और अंततः एक बरस और बीत गया। बीतता साल यदि राम के बनवास की तरह बीत जाय तो क्या बात हो, पर जीवन बीतता दशरथ की आयु की तरह ही है। यूँ ही चलते चलते पता चलता है कि हाथ से कुछ पल और सरक गए… ‘बिहारी’ मेरे प्रिय कवि हों, […]
प्रतिवाद : यह क़विता ज़रुर पढी जानी चाहिए…..By – अजय दुर्ज्ञेय
भारद्वाज दिलीप ============== [ यह कविता ज़रुर पढी जानी चाहिए] प्रतिवाद ________ ओ मेरे दोस्त!तुम्हारी सलाह है कि मुझे कम आक्रामक होना चाहिए। सब भूल जाना चाहिए, सबसे प्यार करना चाहिए और अतीत के चंगुल से बाहर आना चाहिए ख़ैर!मैं तुमसे सिर्फ यह पूछता हूँ कि क्या तुम्हारे लिए कभी प्रगति प्रतिबंधित हुई है? क्या […]