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कुछ दोहे….कौन किसी को दे सका, पल भर को आराम, सबकी अपनी जिंदगी, सबके अपने काम!
चित्र गुप्त =============== कुछ दोहे ******** चिंता बोली चिता से, मैं जंगल तू रेह तू मुर्दे को बारती, मैं जिंदे की देह सपने डिजिटल इंडिया, के देकर सरकार कटवा देगी एक दिन इंटरनेट के तार। इक पलड़े में दुःख सभी, तह से कर दो सेट फिर भी भारी ही लगी, मोबाइल बिन नेट चित्रगुप्त कारण […]
कभी यह सोचा है कि अगर हमारे ऊपर कोई जबरन नियंत्रण करने की कोशिश करें तो क्या होगा?…लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़ें!
Laxmi_sinha ============ क्या हमने कभी यह सोचा है कि अगर हमारे ऊपर कोई जबरन नियंत्रण करने की कोशिश करें तो क्या होगा,,? प्रकृति के नियम अनुसार पतझड़ के मौसम में असंख्य पत्ते पैडों से गिरते हैं,परंतु इस पर न पेड़ रोते हैं और न गिरते हुए पत्ते। क्यों? क्योंकि वे प्रकृति के नियमों की भली-भांति […]
निवस्त्र औरत, भीड़ खदेड़ रहीं हैं उसे चलचित्रों में,,,मगर झूठ हैं यह सब सरासर झूठ,,,
Dr. Kavita Arora ================ · इन दिनों न्यूज़ चैनलों पर शिद्दत से दिखाई जा रही है भीड़ से घिरी हुई चलती निवस्त्र औरत , भीड़ खदेड़ रहीं हैं उसे चलचित्रों में निरन्तर जारी है भीड़ का खदेड़ना , मगर झूठ हैं यह सब सरासर झूठ , मुझे तो कहीं नही दिख रहीं कोई निवस्त्र औरत […]