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“साहब! जंगल में शेर न होने के कारण ये चिंता मुक्त हो गए हैं इसलिये यह कुरूप हो गए हैं!
Ale Hasan Khan · ================ लघुकथा – चिंता लेखक- आले हसन खां अचानक वह बेंच से उठा और मेरे हाथों को चूमने लगा, तो वहां पर उपस्थिति सभी अचरज से उसे देखने लगे । “आपने मेरी जान बचा ली साब !” कहकर वह अपनी नम आंखें गर्दन में पड़े अंगोछे से पोंछने लगा, तो मैंने […]
क़ितराह: एक सुगंध, जो सबके मन मस्तिष्क को खुशनुमा बना देना चाहती है-लेखिका- Sushma Gupta
चित्र गुप्त ================= क़ितराह: एक सुगंध, जो सबके मन मस्तिष्क को खुशनुमा बना देना चाहती है। ************ उपन्यास की नायिका क़ितराह या कितारा एक ऐसी लड़की है जिसका वर्णन पढ़कर एक बार, बस एक बार उसे देख लेने की चाह ही पूरे जीवन का उद्देश्य बन जाए। कितारा वही कस्तूरी है जिसकी तलाश में मृग […]
‘पापा की परी’ सुनने में बड़े अच्छे लगते हैं, लेकिन इन अंध भक्तों से तो भगवान ही बचाए….
Laxmi Kumawat ====================== * बहु चाहिए, पापा की परी नहीं* रविवार का दिन था। आज सचिन और सुजॉय दोनों की ही छुट्टी थी। दोनों अभी-अभी हॉल की सफाई कर वही सोफे पर पसर गए थे। घर में ले देकर तीन जीव ही तो रहते थे सचिन, उसकी पत्नी संध्या और शादी लायक बेटा सुजॉय जो […]