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कैथल, वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मीलिट वर्ष के रूप में मनाया जाएगा-आमजन मक्के, ज्वार, बाजरा, जई आदि अनाजों का करें उपयोग : डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल

Ravi Press
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वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मीलिट वर्ष के रूप में मनाया जाएगा–आमजन मक्के, ज्वार, बाजरा, जई, कोदो, कुटकी रागी और समा आदि अनाजों का करें उपयोग :- डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल

कैथल
18 फरवरी
( रवि प्रेस )
डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल ने बताया कि आज के समय में पोषक तत्वों की कमी के लक्षण हर महिला और बच्चों में दिखाई दे रहे हैं, जिसका मुख्य कारण है कि हम अपने पारम्परिक मोटे अनाजों को छोड़कर गेहूं और धान तक सीमित हो गए हैं। मोटे अनाजों जैसे बाजरा के महत्व को देखते हुए वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मीलिट वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया गया है ताकि मोटे अनाजों की महत्ता और गुणवत्ता को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।

उन्होंने बताया कि मोटे अनाज का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष मनाने की सहमति अन्य 70 देशों ने भी दी है। मोटे अनाज का मुख्य रूप बहुत गुण भरा है। मोटे अनाज के गुणों को फि र से जानने समझने तथा जीवन में शामिल करने का समय आ गया है। मोटे अनाज वर्षों से परिचित हैं। मौसम बदलता है तो मक्के, ज्वार और बाजरे के रोटी को शौंक से खाते हैं लेकिन आम जन-मानस इनके गुणों से अपरिचित है। इनके अलावा जईं, कोदो, कुटकी, रागी और समा आदि भी मोटे अनाजों में शामिल हैं। ये सभी अनाज गुणों से भरपूर हैं। इनमें पाया जाने वाला रेशा और इस रेशे में घुलनशील और अघुलनशील दोनों ही रूप हमारे शरीर में पाचन तंत्र में वरदान की तरह काम करते हैं। घुलनशील रेशा पेट में कुदरती तौर पर मौजूद बैक्टिरिया को सहयोग करके पाचन को बेहतर बनाता है वहीं अघुलनशील रेशा पाचन तंत्र से मल को इक्ट्ठा करने और उसकी आसान निकासी में मदद करता है। यह पानी भी खूब सोखता है यानि व्यक्ति को मोटा अनाज खाने के बाद प्यास भी खूब लगती है जो पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छा है।

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने बताया कि बाजरा उर्जा से भरपूर, प्रोटीन का उत्तम स्त्रोत, खनिज लवणों व रेशों से भरपूर और मोटापा, मधुमेह व दिल के मरीजों के लिए उत्तम अनाज है, क्योंकि इसमें उर्जा 350-370 कैलोरी, प्रोटीन 9-14 प्रतिशत, मिनिरल 2-3 प्रतिशत, व फाईबर 1-2 प्रतिशत पाए जाते हैं। बाजरा से बिस्कुट, पास्ता, नोडयुल, केक, सेवियां, नमकीन, लड्डू, शक्करपारा व बहुत सारे अन्य स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जा सकते हैं और ये व्यंजन काफ ी पंसद किए जा रहे हैं। ये सभी व्यंजन बच्चों, बूढ़ों, गर्भवती व धात्री मां के भोजन के लिए पौष्टिक एवं उपयुक्त हैं। किसान ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र में मोटे अनाज की खेती करने का कष्ट करें ताकि उच्च गुणवत्ता से भरपूर अनाज आम जनमानस के लिए उपलब्ध करवाया जा सके। कृषि विभाग द्वारा मोटे अनाज को उगाने हेतू किसानों को जागरूक करने हेतू साल भर के लिए जिला कार्य योजना बनाई है जिसमें प्रदर्शन प्लाट, किसान गोष्ठियां, जागरूकता कार्यक्रम, रैलियां इत्यादि निकाली जाएंगी ताकि आम जन-मानस तक मोटे अनाजों की गुणवत्ता की जानकारी पहुंचाई जा सके।
खेल उपलब्धियों के आधार पर भीम पुरस्कार हेतु आवेदन 28 फरवरी तक खेल विभाग कैथल के कार्यालय में करवाने होंगे जमा :- डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल

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कैथल
18 फरवरी
( रवि प्रेस )
डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल ने बताया कि भीम पुरस्कार हेतू जिला के उत्कृष्ट खिलाड़ियों की पिछले 2 वर्षो की खेल उपलब्धियों के आधार पर वर्ष 2021-22 व 2022-23 के लिए की अवधि के लिए भीम पुरस्कार देने हेतू आवेदन आगामी 28 फरवरी तक खेल विभाग कैथल के कार्यालय में जमा करवाने होंगे।

डीसी ने बताया कि मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय सीनियर खेल प्रतियोगिताओं तथा सीनियर राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया हो एवं मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया हो, को ही भीम पुरस्कार के लिए आंका जाएगा। खिलाड़ी को वर्ष 2021-22 व 2022-23 की अवधि के दौरान कम से कम एक बार राष्ट्रीय चैम्पियनशिप व राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा की ओर से खेला जाना आवश्यक है। इससे पूर्व जिन खिलाड़ियों को भीम पुरस्कार दिया जा चुका है, उन खिलाड़ियों को यह पुरस्कार दूसरी बार नहीं दिया जाए।

उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार के लिए आवेदन हेतू खेल उपलब्धियों के प्रमाण-पत्रों की सत्यापित प्रतियां, खिलाड़ी द्वारा हरियाणा राज्य की ओर से राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया गया हो व प्रतियोगिता का स्पोटिंग सर्टिफिकेट संलग्न किया जाए। खिलाड़ी की ओर से एफिडेविट पर प्रमाण-पत्र देना होगा कि वह कभी भी डोपिंग में पॉजिटिव नहीं पाए गए। पुरस्कार की राशि खिलाड़ियों के खाते में आधार कार्ड के माध्यम से सीधी राशि जमा करवाई जाएगी, इसलिए नकद पुरस्कार के निर्धारित आवेदन पत्र खिलाड़ियों के आधार कार्ड की प्रति तथा जिस बैंक से आधार कार्ड लिंक है, उस बैंक का नाम, खाता नंबर तथा स्थान का नाम दिया जाना अति आवश्यक है। खिलाड़ियों को डोमिसाइल प्रमाणपत्रों को सक्षम अधिकारी से सत्यापित करवाया जाना अनिवार्य होगा। खिलाड़ी की तीन पासपोर्ट साईज कलरड फोटो जरूरी है। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी, कैथल में सम्पर्क कर सकते हैं तथा इसके अलावा अन्य सभी जानकारी वेबसाईट हरियाणास्पोर्टस डॉट जीओवी डॉट इन (www.haryanasports.gov.in)पर उपलब्ध है।
पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना पशुपालकों के लिए लाभकारी :- डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल

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कैथल
18 फरवरी
( रवि प्रेस )
डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल ने बताया है कि पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत किसानों को गाय, भैंस, भेड़, बकरी, सूअर, मुर्गी के रखरखाव के लिए तीन लाख रुपये तक का ऋण देने का प्रावधान है ताकि पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। छोटे किसानों को पशुपालन व अन्य स्रोतों से होने वाली आय को बढ़ाने के उद्देश्य से यह योजना क्रियान्वित की जा रही है।

डीसी ने बताया कि पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत किसान अपने पशुओं की देखभाल के लिए होने वाले खर्च हेतु पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण प्राप्त कर सकता है। कोई भी पशुपालक एक लाख 60 हजार रुपये तक की राशि की लिमिट तक का पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड बिना कोई जमीन गिरवी रखे व बिना किसी गारंटी के कोलैटरल सुरक्षा बनवा सकता है। यदि कोई पशुपालक इस राशि से अधिक लिमिट का पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहता है तो उसे अपनी जमीन या कोई जमानत देना अनिवार्य होगा।

उन्होंने बताया कि पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड धारक को सालाना 7 प्रतिशत साधारण ब्याज दर पर बैंक द्वारा ऋण दिया जायेगा। यदि कार्ड धारक अपने ऋण का समय पर भुगतान करता है तो उसे केंद्र सरकार की तरफ से 3 प्रतिशत ब्याज दर का अनुदान दिया जायेगा तथा उस पशुपालक को यह ऋण केवल 4 प्रतिशत के हिसाब से चुकाना होगा। उन्होंने बताया कि 7 प्रतिशत ब्याज दर के हिसाब से अधिकतम 3 लाख रुपये तक की ऋण राशि पर केंद्र सरकार की ओर से 3 प्रतिशत ब्याज दर का अनुदान दिया जायेगा। कार्डधारक द्वारा ऋण की राशि जरूरत के अनुसार समय-समय पर ली जा सकती है और सुविधा अनुसार जमा करवाई जा सकती है। कार्ड धारक को ऋण राशि निकलवाने या खर्च करने के एक साल की अवधि के अन्दर किसी भी एक दिन लिये गये ऋण की पूरी राशि को जमा करवाना अनिवार्य है ताकि साल में एक बार ऋण की मात्रा शून्य हो जाए।

उन्होंने बताया कि यदि किसी पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड धारक द्वारा लिया गया ऋण एक साल की समय अवधि के दौरान वापिस जमा नहीं करवाया जाता है, तो उसे 12 प्रतिशत सालाना ब्याज की दर से ऋण का भुगतान करना होगा। पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड धारक को बाजार में प्रचलित अन्य किसी भी साधारण क्रेडिट, डेबिट कार्ड की भांति किसी भी एटीएम मशीन से राशि निकलवाने या बाजार से खरीददारी करने हेतु प्रमाणित लिमिट अनुसार प्रयोग कर सकता है। पशुओं की भिन्न-भिन्न श्रेणियों और वित्तीय पैमाने की अवधि के अनुसार ही पशुपालक को पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा ऋण दिया जाएगा। इच्छुक पशुपालक अपने नजदीकी राजकीय पशु चिकित्सालय या बैंक में जाकर पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है। आवेदन करने के लिए पशुपालन को अपने सभी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पशु का बीमा, पशु का हेल्थ सर्टिफिकेट आदि आवेदन पत्र सहित बैंक में जमा करवाना होगा।