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कैथल, फ़सल अवशेषों में आग लगाने वाले संबंधित लोगों के रद्ध किए जाएंगे असला लाईसैंस : रवि जैस्ट की रिपोर्ट

Ravi Press
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फसल अवशेषों में आग लगाने वाले संबंधित लोगों के रद्ध किए जाएंगे असला लाईसैंस–जिला में कहीं भी नहीं होनी चाहिए फसल अवशेष जलाने की घटना-ऐसी घटनाओं के चलते बना रहता है दुर्घटना होने का अंदेशा–सभी अधिकारी कर्तव्य निष्ठा के साथ निभाए डयूटी-फाने जलाने की घटना का पता चलते संबंधित के खिलाफ तुरंत प्रभाव से दर्ज करवाई जाए एफआईआर :-डीसी डॉ संगीता तेतरवाल
अब तक फसल अवशेष जलाने की हुई है 421 घटनाएं, जबकि पिछले साल थी 1167–जागरूक लोगों का मिल रहा है सहयोग।
कैथल
27 अक्तूबर
( रवि प्रेस )
डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल ने कहा कि जिन लोगों ने फसल अवशेषों यानि फानों में आग लगाने का काम किया है, ऐसे संबंधित लोगों के असला लाईसैंस रद्ध किए जाएंगे। जिला में कहीं भी फसल अवशेष जलाने की घटना नजर नहीं आनी चाहिए। संबंधित अधिकारी ऐसी घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके तुरंत प्रभाव से कार्रवाई अमल में लाएं। हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों के स्वास्थ्य के दृष्टिगत पर्यावरण और वातावरण को स्वच्छ और सुरक्षित रखना है। इस मौके पर जिला पुलिस कप्तान मकसूद अहमद भी उपस्थित रहे।
डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल वीरवार को स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में फसल अवशेष नहीं जलाने के दृष्टिगत अधिकारियों और पुलिस विभाग के थाना प्रभारियों को आवश्यक निर्देश दे रही थी। डीसी ने कहा कि सभी एसडीएम, तहसीलदार और थाना प्रभारी यह सुनिश्चित करें कि जहां भी फाना जलाने की घटना प्रकाश में आए तो उनके खिलाफ पर्चा दर्ज किया जाए और यदि उनके पास असला है तो असला लाईसैंस रद्ध करने की प्रक्रिया अमल में लाएं। इस विषय को लेकर तुरंत प्रभाव से काम करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि संबंधित अधिकारी तथा गांव के असरदार लोगों को फाने नहीं जलाने के लिए जागरूक करें। यह हम सबकी सांझी जिम्मेदारी है कि जिला में कहीं भी फाने नहीं जलने चाहिए।
इस मौके पर उपस्थित जिला पुलिस कप्तान मकसूद अहमद ने कहा कि इस विषय को लेकर संबंधित थाना प्रभारियों को मीटिंग आयोजित करके समय-समय पर आवश्यक निर्देश दिए जाते रहे हैं। सभी थाना प्रभारी अपने-अपने ईलाके में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी फाने नहीं जलने चाहिए। फानों के जलाए जाने से जहां एक ओर पर्यावरण दूषित होता हैं, वहीं दूसरी और जमीन की ताकत भी कमजोर हो जाती है। फाने जलाने वाले लोगों पर विशेष नजर रखते हुए कानूनी कार्रवाई अमल में लाएं।
इस मौके पर एसडीएम संजय कुमार, डीएसपी अनिल कुमार, डीडीए डॉ. कर्मचंद, कृषि विभाग के संबंधित खंडों के एसडीओ और संबंधित थाना प्रभारी उपस्थित रहे।
बॉक्स: प्रशासन और लोगों की जागरूकता के चलते पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष फसल अवशेष जलाने की घटनाओं में आई कमी।
डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल ने बताया कि जिला में कहीं भी फाना जलाने की घटना नहीं हो। इसके लिए सभी का सहयोग अपेक्षित रहता है। देखा जाए तो जिला प्रशासन की सतर्कता और सावधानी और जागरूक किसानों के सहयोग के चलते अब तक जिला में फसल अवशेष जलाने की 421 घटनाएं हुई हैं, जबकि पिछले वर्ष 1167 दुर्घटनाएं सामने आई थी। डीसी ने कहा कि गांव और खंड स्तर पर पहले से ही गठित कमेटियों को सतर्क रहकर कार्य करने की जरूरत है।