देश

खरगे ने मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया, कहा-सबसे पहले मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को बर्खास्त करें!

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सोमवार को सवाल उठाया और कहा कि अगर वह वास्तव में इस राज्य के बारे में चिंतित हैं तो उन्हें सबसे पहले मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को बर्खास्त करना चाहिए।

खरगे बोले- देश 55 दिनों से मणिपुर मसले पर पीएम के बोलने का इंतजार कर रहा
खरगे ने कहा कि भाजपा सरकार का कोई भी दुष्प्रचार मणिपुर की स्थिति से निपटने में उसकी नाकामी पर पर्दा नहीं डाल सकता। उन्होंने कहा कि खबरों से संकेत मिलता है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आखिरकार मणिपुर की स्थिति पर मोदी से बात की। उन्होंने कहा, “पिछले 55 दिनों से मोदी जी ने मणिपुर पर एक शब्द नहीं कहा। हर भारतीय उनके बोलने का इंतजार कर रहा है। अगर मोदी जी वास्तव में मणिपुर के बारे में चिंतित हैं, तो सबसे पहले उन्हें अपने मुख्यमंत्री को बर्खास्त करना चाहिए।”

मणिपुर में हिंसा में अब तक 100 लोगों की जा चुकी है जान
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में अब तक 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। खरगे ने कहा, “भाजपा और मोदी सरकार का कोई भी दुष्प्रचार मणिपुर हिंसा से निपटने में अपनी नाकामी पर पर्दा नहीं डाल सकता।” कांग्रेस प्रमुख ने यह भी मांग की कि सरकार चरमपंथी संगठनों और असामाजिक तत्वों से चुराए गए हथियारों को जब्त करे। हिंसा प्रभावित राज्य में शांति लाने के लिए कई कदम उठाने का सुझाव देते हुए खरगे ने कहा कि सरकार को सभी दलों के साथ बातचीत शुरू करनी चाहिए और एक साझा राजनीतिक रास्ता निकालना चाहिए।

कांग्रेस बोली- सरकार की ओर से घोषित राहत पैकेज अपर्याप्त
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”सुरक्षा बलों की मदद से नाकेबंदी खत्म करें। राष्ट्रीय राजमार्गों को खोलकर और सुरक्षित रखकर आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। प्रभावित लोगों के लिए राहत, पुनर्वास और आजीविका का पैकेज बिना देरी के तैयार किया जाना चाहिए। सरकार की ओर से घोषित राहत पैकेज पूरी तरह से अपर्याप्त है।”

पीएम ने सोमवार को मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ की बैठक
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राज्य के वर्तमान हालात के बारे में जानकारी दी थी और कहा था कि राज्य और केंद्र सरकारें हिंसा को ‘काफी हद तक’ नियंत्रित करने में सक्षम रही हैं। पीएम मोदी ने अमेरिका और मिस्र की राजकीय यात्रा से लौटने के बाद सोमवार को मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगियों और अधिकारियों के साथ इस मसले पर एक बैठक की अध्यक्षता भी की है।