M.M. Dhera(Advocate)
@AdvocateDhera
पहली फ़ोटो पपुआ न्यू गुयाना के नेता अपनी पारंपरिक वेशभूषा में सयुंक्त राष्ट्र संघ की सभा मे बैठे हुए है दूसरी फोटो में अफगानिस्तान के नेता अपनी पारंपरिक वेशभूषा में किसी विदेशी के साथ बैठे है
पहली फ़ोटो की चर्चा पूरी दुनिया मे हुई थी कि किस तरह वहाँ के लोग अपनी जड़ों को भूले नहीं है और दूसरी फ़ोटो की जमकर आलोचना होती कि दुनिया कहाँ पहुँच गयी है और ये लोग अभी भी जाहिल है
गज्जब का नरेटिव सेट किया जाता है आज के दौर में
बातें ऐसी करो की Teleprompter रुकते ही पसीने छूट जाए, और कुछ भी बोलने लगे!😁 https://t.co/DVTI3OgX1Q pic.twitter.com/cZLSivcSoe
— DK Shivakumar (@Dk_Shivakumarr) June 9, 2023
बहना,
‘अमेठी की जनता’ की आड़ में पत्रकारों को धमकाना ठीक नहीं है – ‘अनुरोध’ में मालिक को फ़ोन करने की धमकी तो नहीं दी जाती!
अमेठी की जनता ने तो मन बना लिया है, और आपको इसका अंदेशा भी है. डर झलकता है.
फ़िलहाल 13 रुपये की चीनी, आटे पर GST // 1200 की गैस //बेटियों पर आपकी चुप्पी… https://t.co/LE9XnIqJ0d pic.twitter.com/Nx1kxLNuyB
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) June 9, 2023