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सतवीर सिंह भूरिया की *🌳🦚आज की कहानी🦚🌳**💐💐आस्था का चमत्कार💐💐* पढ़िये!
Satyavir Singh Bhuria ============= *🌳🦚आज की कहानी🦚🌳* *💐💐आस्था का चमत्कार💐💐* मासूम गुड़िया बिस्तर से उठी और अपना गुल्लक ढूँढने लगी। अपनी तोतली आवाज़ में उसने माँ से पूछा, “माँ, मेला गुल्लक कहाँ गया?” माँ ने आलमारी से गुल्लक उतार कर दे दिया और अपने काम में व्यस्त हो गयी. मौका देखकर गुड़िया चुपके से बाहर […]
माओ त्से-तुंग की एक कविता
Kavita Krishnapallavi ================ जन्मदिन ( 26 दिसंबर ) के अवसर पर माओ त्से-तुंग की एक कविता चिङकाङशान पर फिर से चढ़ते हुए (मई 1965) बहुत दिनों से आकांक्षा रही है बादलों को छूने की और आज फिर से चढ़ रहा हूं चिङकाङशान पर। फिर से अपने उसी पुराने ठिकाने को देखने की गरज से आता […]
अतीत की भांति भविष्य का भी यही हाल तय है और तब यह भी तय है कि तब हम इसी तरह रोते-पीटते कलपते रह जाने वाले हैं
via Shikha Singh ============= · राजीव थेपडा जी की वाॅल से *अगर आपका इस पोस्ट को सच्चे मन से पढ़ने का दिल चाहे !!* —————————————————- *समाज का एक तबका उद्विग्न है,स्त्री के प्रति जघन्य अपराध बढ़ते ही जा रहें हैं,लोग सरकारों को कोस रहे हैं,धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं और हर अगले दिन कई स्थानों पर […]