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छत्तीसगढ़ : बस्तर के आदिवासी नेता और सांसद दीपक बैज को कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया गया!

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से ठीक कुछ महीने पहले कांग्रेस ने संगठन में बड़ा फेरबदल कर दिया गया है। प्रदेश पार्टी की कमान अब बस्तर के आदिवासी नेता और सांसद दीपक बैज को सौंप दी गई है। उन्हें छत्तीसगढ़ कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया गया है। वह विधायक मोहन मरकाम की जगह लेंगे। पार्टी नेतृत्व ने अब तक के कार्यों के लिए उनके योगदान की सराहना की है। विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की ये दूसरी बड़ी नियुक्ति है। इससे पहले पार्टी के सीनियर नेता और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव को राज्य का डिप्टी सीएम बनाया था।

Arun Motilal Vora
@ArunVoraMLA
बस्तर लोकसभा से सांसद, विधानसभा में मेरे साथी रहे श्री दीपक बैज को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाए जाने पर शुभकामनाएँ।

इस पद पर आपके पदासीन होने पर, मैं व्यक्तिगत गर्व की अनुभूति कर रहा हूँ। हम विधानसभा में प्रिय मित्र रहे हैं। मैं आशा करता हूँ कि आपके कुशल नेतृत्व में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी नए कीर्तिमान रचेगा। शीर्ष नेतृत्व के मार्गदर्शन में हम सभी मिल कर “गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” का ध्येय साकार करेंगे।

साथ ही हमारे निवर्तमान पीसीसी अध्यक्ष
@MohanMarkamPCC
जी का, संगठन का सफल नेतृत्व करने के लिए आभार।

 

अप्रैल में ही संगठन में बदलाव की लग गई थी मुहर
बताया जा रहा है कि अप्रैल में हुई कांग्रेस की बैठक में ही सांसद दीपक बैज के नाम पर मुहर लग गई थी। उन्हें अचानक ही दिल्ली बुलाया गया था। उस समय से ही कयास लगाए जा रहे थे कि मोहन मरकाम की जगह उन्हें नई जिम्मेदारी दी जा सकती है। मोहन मरकाम आदिवासी समुदाय से आते हैं और दीपक बैज भी बस्तर के बड़े आदिवासी चेहरों में से एक हैं। सांसद बनने से पहले वे कई बार विधायक भी रह चुके हैं। 27 साल की उम्र में चुनाव जीतने के बाद वह छत्तीसगढ़ के सबसे युवा विधायक भी बने थे।

दीपक बैज को ही कमान क्यों
छत्तीसगढ़ की राजनीति में कहते हैं कि प्रदेश की सत्ता का रास्ता बस्तर से होकर जाता है। जिसने बस्तर जीत लिया, उसने छत्तीसगढ़ जीत लिया। यहां पर विधानसभा की 12 सीटें हैं। अभी सभी सीटोे पर कांग्रेस का ही कब्जा है। ऐसे में मोहन मरकाम को अध्यक्ष पद से हटाकर पार्टी बस्तर से प्रतिनिधित्व छीनकर नुकसान नहीं करना चाहती थी। सियासी टकराव को देखते हुए इस नफा-नुकसान में सांसद दीपक बैज सही उम्मीदवार थे। साफ-सुथरी छवि वाले दीपक बैज का नाम कभी विवादों में नहीं रहा। सांसद को जिम्मेदारी से संगठन में विरोध के स्वर भी नहीं उठेंगे।

तो इसलिए गई मरकाम की कुर्सी
प्रदेश कांग्रेस में मोहन मरकाम को जिम्मेदारी मिलने के बाद दो साल तक सबकुछ ठीक रहा। इसके बाद सीएम और मरकाम के बीच मतभेद की खबरें आने लगीं। बताया जा रहा है कि संगठन में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति जब की गई तब सीएम भूपेश बघेल से राय-मशविरा नहीं किया गया। यह भी कहा गया कि चुनाव में पार्टी के विरोध में काम करने वालों को बड़ा पद दिया गया। इसके अलावा अन्य बदलाव के दौरान सत्ता और संगठन में दूरी बढ़ने लगी। इस दौरान प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा से भी संगठन में बदलाव को लेकर अनबन होने की बात सामने आई।

पिछले साल ही खत्म हो गया था मरकाम का कार्यकाल
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम का कार्यकाल पिछले साल ही खत्म हो गया था। इसके बाद से बदलाव की बातों ने जोर पकड़ा। मुख्यमंत्री दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने गए। इसके बाद उन्होंने संगठन में बदलाव को लेकर बयान दिया। फिर विधानसभा के बजट सत्र में मोहन मरकाम ने डीएम फंड का मामला उठाकर अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसकी गूंज दिल्ली में आलाकमान तक सुनाई दी। सीएम भूपेश बघेल तेजी से राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा चेहरा बन रहे है। माना जा रहा है कि आलाकमान उनको नाराज नहीं करना चाहता था।

सीएम भूपेश ने ट्वीट कर दी शुभकामनाएं
सांसद दीपक बैज को छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष दीपक बैज जी को नए दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं। हमारे निवर्तमान अध्यक्ष मोहन मरकाम जी का संगठन का सफल नेतृत्व करने के लिए आभार।