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सत्यवीर सिंह भूरिया की *🌳🦚आज की कहानी🦚🌳**💐💐न माया मिली न राम💐💐*पढ़िए!
Satyavir Singh Bhuria ================= *🌳🦚आज की कहानी🦚🌳* *💐💐न माया मिली न राम💐💐* किसी गाँव में दो दोस्त रहते थे। एक का नाम हीरा था और दूसरे का मोती. दोनों में गहरी दोस्ती थी और वे बचपन से ही खेलना-कूदना, पढना-लिखना हर काम साथ करते आ रहे थे। जब वे बड़े हुए तो उनपर काम-धंधा ढूँढने […]
हम सत्य हैं, हम नित्य हैं और आनंद स्बरूप हैं इस बात का बोध होना ही ‘ध्यान’ है : लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़िये
Laxmi Sinha ============== हम सत्य हैं, हम नित्य हैं और आनंद स्बरूप हैं इस बात का बोध होना ही ‘ध्यान’ है ______________________ जब चेतना का प्रकाश किसी भी परिस्थिति से प्रभावित नहीं होता तथा चेतना सदा आनंद में रहने लगती है,तब मनुष्य उस द्वार में प्रवेश कर जाता है,जहां ‘मैं’से परिचय होती है, यही ‘ध्यान’ […]
मनुष्य को यदि जीवन में सफ़ल होना है तो उसे अपने विचारों को सशक्त बनाना होगा : लक्ष्मी सिन्हा का लेख!
Laxmi Sinha ============== मनुष्य की नियति उसके विचारों की दशा-दिशा से निर्धारित होती है। ऐसा इसलिए,क्योंकि जैसी विचार होंगी,कर्म भी उसी दिशा में होंगी और जिस दिशा में कर्म होंगी, परिणाम भी उसके अनुरूप ही प्राप्त होंगी। यही कारण है कि मनुष्य जैसा सोचता- विचारता है वह वैसा ही बनता जाता है। इसलिए सोच सही […]