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चुप रहा, कुछ ना कहा, तो क्या?…यह भी एक प्यार का इज़हार है—-पूर्व जज, दिनेश कुमार शर्मा की कविता!
Dinesh Kumar Sharma Former District Judge Patna, India ======== मित्रों, नमस्कार। काव्य-रचना, एक खास अंदाज़ में, अहसासों की संवाहिका है। उसमें, भाव-पक्ष के अतिरिक्त, विचार-पक्ष भी हो सकते हैं। विचारों से असहमति हो सकती है– स्वाभाविक है।किंतु, तब भी प्रस्तुति के स्तर पर कविता का आनंद हम उठा सकते हैं। अभी-अभी एक कविता (ग़ज़ल) अवतरित […]
झूठ, बेईमानी, मक्कारी, असमानता ही अधर्म है इस बात को भी सिर्फ़ सच्चे इंसान ही समझ सकते हैं : सरदार मेघराज सिंह के विचार पढ़िये
Meghraj Singh ============== (कुछ ख़ास बातें ) प्यारे साथियों एक कहावत बहुत मसूर है जैसे कि सभी धर्मों में अच्छे इंसान और बुरे इंसान होते हैं । सभी धर्मों में अच्छे और बुरे इंसान होते हैं इस बात को तक़रीबन विश्व के 90 पर्सेंट लोग सच मानते हैं और इस बात पर यक़ीन भी करते […]
हिमगिरि के उत्तुंग शिखर पर…By-सर्वेश तिवारी श्रीमुख
Sarvesh Kumar Tiwari ============= हिमगिरि के उत्तुंग शिखर पर… चतुर्दिक फैली विशाल जलराशि! जहाँ तक दृष्टि जाय वहाँ तक जल ही जल। मानुस क्या, चिरई चुरुङ्ग का कहीं अता-पता नहीं। पर्वत के शीर्ष पर बैठे मनु के हृदय में और क्या होता, सिवाय शोक के? मानुस को जीने के लिए सबसे पहले मानुस चाहिये। साथ-सहयोग […]