नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया दिल्ली में स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी है जिसने देश को ऐसे लाल ओ गोहर दिये हैं जिन्होंने दुनियाभर में भारत का नाम रोशन किया है,बॉलीवुड से लेकर मीडिया तक सँसद से लेकर राष्ट्रपति भवन तक जामिया के छात्रों ने अपनी कामयाबी का डंका बजाया है।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के एक और होनहार छात्र आमिर अली की क़ाबलियत को अमेरिका तक मे सराहा जारहा है और उन्हें 70 लाख का सालाना पैकेज मिला है,USA की फ्रीसन मोटर वर्क कम्पनी ने आमिर को इस बड़े पैकेज का ऑफर किया है।
आमिर ने जामिया स्कूल बोर्ड में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन जामिया की बी टेक में दाख़िला नहीं मिल पाया था फिर इन्होंने जामिया में ही डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने की सोची और तीसरी बार में सफल हुए और डिप्लोमा कोर्स में मेकैनिकल की पढ़ाई शुरू की ।
इस सबके बावजूद भी आमिर ने कभी हार नहीं मानी और अपना कामयाब होने का जुनूं लगातार जारी रखा कड़ी मेहनत और लगन के साथ अपने इलेक्ट्रिक वाहन के प्रोजेक्ट पर लगें रहे । आमिर कहते हैं कि इंडिया में चार्जिंग वाहन के लिए ज़्यादा संसाधन नहीं है इसीलिये आमिर इस प्रोजेक्ट पर काम करते रहे और वे चाहते हैं कि इंडिया में चार्जिंग वाहन का खर्च बहुत ही कम आये ।
आमिर के गुरुओं ने भी इनके काम की बहुत तारीफ की थी । इनके इस प्रोजेक्ट पर जोकि यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर डाला गया था अमरीका की फ्रिसन मोटर वर्क कंपनी की नज़र पड़ गई और उन्होंने इस बारे में यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से बात की ।
एक महीने बाद सोशल साइट्स स्काइप और अन्य टेलीफोनिक माध्यम के इंटरव्यू के ज़रिए फ्रिसन मोटर ने अली को जॉब ऑफर करदी वो भी 70 लाख सालाना पैकेज पर । उन्हें बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम का इंजीनियर बनाया गया है ।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के अधिकारियों का कहना है कि आमिर को मिली 70 लाख की जॉब अबतक जामिया के किसी भी छात्र को मिले किसी भी पैकेज में सबसे ज़्यादा है ।
आमिर के पिताजी जामिया में ही इलेक्ट्रीशियन है वे कहते हैं कि आमिर शुरू से ही इलेक्ट्रिक चीजों के फंक्शन के बारे में पूछता रहता था । ख़ैर आमिर के कामयाबी की दुआ कीजिए और फिलहाल मुबारकवाद दीजिये ।