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#poetessprachimishra : कवित्री प्राची मिश्रा की रचनायें पढ़िये, जो आज है वो कल नहीं होगा और जो कल था…
Prachi Mishra Bangalore, India From Satna ================ नैनों के धारे धारे पर कुछ ऐसा बंधन लिख डाला बह निकला जो आंसू बनकर कुछ ऐसा संगम लिख डाला तुम दूर रहो या पास रहो बनकर जोगन की आस रहो महके जो सांसों में प्रति क्षण कुछ ऐसा चंदन लिख डाला © प्राची मिश्रा #poetessprachimishra Prachi Mishra […]
मैं तुझे ढ़ूंडता फिरता हूँ ज़माने भर में…. शक़ील सिकंद्राबादी की दो ग़ज़लें
Shakeel Sikandrabadi =============== ग़ज़ल मेरी गुफ्तार सदाक़त का बयाँ ठहरी है मेरी हर बात यूँ ज़ालिम को गिराँ ठहरी है हाए ये कैसा रहे इश्क़ में आया है मक़ाम बात करने लगीं आँखें तो ज़बाँ ठहरी है मैं तुझे ढ़ूंडता फिरता हूँ ज़माने भर में ऐ ख़ुशी ये तो बता दे तू कहाँ ठहरी है […]
जीवन की त्रासदी…..!!! लेखक-तेजेन्द्र सिंह
Tajinder Singh Lives in Jamshedpur ================= जीवन की त्रासदी…..!!! संडे स्पेशल बात 7 साल पहले की है। उस वक्त मैं एक छोटे से टाउन में रहता था। एक दिन सुबह मैं टहलने निकला। सोचा टहलते टहलते रास्ते मे एक मित्र से भी मिलता चलूंगा। इसी रास्ते पर आगे 4 किलोमीटर की दूरी पर रेलवे स्टेशन […]