दुनिया

जे़लेंस्की ने कहा, यूक्रेन युद्ध का जल्दी समाप्त होना संभव नहीं : अमरीका और ब्रिटेन ही हैं यूक्रेन युद्ध की समाप्ति में सबसे बड़ी बाधा : रिपोर्ट

एक अमरीकी अधिकारी का कहना है कि ब्रिटेन और अमरीका दोनों ही यूक्रेन युद्ध की समाप्ति नहीं चाहते हैं।

अमरीका के विदेश मंत्रालय के एक पूर्व अधिकारी Christian Whiton कहते हैं कि वाशिग्टन और लंदन में से कोई भी यह नहीं चाहता है कि यूक्रेन का जारी युद्ध समाप्त हो जाए।

रश्या टूडे के अनुसार क्रिश्चएन विह्टन ने फाक्स बिज़नेस चैनेल को दिये इन्टरव्यू में कहा कि अमरीका और ब्रिटेन की इच्छा है कि यूक्रेन युद्ध की समाप्ति को लेकर यूक्रेन और रूस किसी समझौते तक पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण यह है कि यूक्रेन युद्ध, रूस को कमज़ोर करने का बहुत अच्छा माध्यम है।

अमरीकी विदेश मंत्रालय के इस पूर्व अधिकारी ने बताया कि यूक्रेन युद्ध से संबन्धित वर्तमान स्थति लंबे समय तक बाक़ी रहेगी उन्होंने कहा कि यूक्रेन तो रक्तपात को रोकने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर करने को तैयार हो जाएगा लेकिन अफसोस की बात है कि अमरीका और ब्रिटेन एसा नहीं होने देंगे।

क्रिश्चएन कहते हैं कि मेरा यह मानना है कि अमरीका और ब्रिटेन को विश्वास है कि यूक्रेन युद्ध के माध्यम से रूस को कमज़ोर किया जा सकता है। एसे में अगर कुछ लोग मारे भी जाते हैं तो यह उनके लिए कोई विशेष महत्व नहीं रखता।

इससे पहले अमरीका की नेशनल इंटेलीजेन्स के एक अधिकारी ने कहा कि जंग, यूक्रेन की सीमाओं से बाहर जाएगी और झड़पें लंबी और भीषण होंगी। इसका अर्थ यह है कि युद्ध की आग अभी जल्दी बुझने वाली नहीं है। उधर संयुक्त राष्ट्र संघ में रूस के राजदूत कहते हैं कि पश्चिम और अमरीका इस समय यूक्रेन की बलि चढ़ाने पर तुले हुए हैं।

 

जे़लेंस्की ने कहा, यूक्रेन युद्ध का जल्दी समाप्त होना संभव नहीं

 

 

यूक्रेन के राष्ट्रपति कहते हैं कि अभी यह कहना बहुत जल्दी होगा कि रुस के साथ युद्ध समाप्ति की ओर बढ़ रहा है।

रोएटर्ज़ से बात करते हुए विलादिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि युद्ध के मोर्चों पर यूक्रेन के सैनिकों द्वारा अर्जित की गई ढेरों सफलताओं के बावजूद अभी यह नहीं कहा जा सकता कि युद्ध अब समाप्त हो रहा है।

उन्होंने कहा कि रुस के साथ युद्ध को फिलहाल में समाप्त होते नहीं देख रहा हूं। ज़ेलेंस्की के अनुसार रूस के विरुद्ध युद्ध में विदेशों से मिलने वाले हथियार, इसके परिणामों को प्रभावित कर सकेंगे।

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने बुधवार को इस देश के एज़यूम नगर के निरीक्षण के दौरान पश्चिमी देशों से पुनः अधिक से अधिक हथियार भिजवाने की अपनी मांग दोहराई थी।

उल्लेखनीय है कि क़ंधार में आयोजित होने वाले शंघाई शिखर सम्मेलन के दौरान रूस के राष्ट्रपति पुतीन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भेंटवार्ता में कहा था कि यूक्रेन युद्ध को समाप्त कराने के लिए रूस हर काम करने को तैयार है किंतु यूक्रेनी पक्ष वार्ता को रद्द कर रहा है। उसका कहना है कि वह बल पूर्वक अपने लक्ष्यों को प्राप्त करके रहेगी।

ज्ञात रहे कि यूक्रेन और रूस के बीच आरंभ होने वाले युद्ध को अब सात महीनों का समय हो चुका है। इस दौरान अमरीका सहित पश्चिम, यूक्रेन की हथियारों से सहायता कर रहे हैं जिसने रूस को नाराज़ कर रखा है।