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तालेबान ने दावा किया, वे विदेशी सहायता पर बिल्कुल भी निर्भर नहीं हैं!

तालेबान ने दावा किया है कि वे विदेशी सहायता पर बिल्कुल भी निर्भर नहीं हैं।

संयुक्त राष्ट्रसंघ में मानवता प्रेमी सहायता के संयोजक की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आर्थिक समस्याओं के कारण तालेबान की सरकार गिर सकती है।

इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में तालेबान का कहना है कि वह किसी दूसरे पर निर्भर नहीं हैं। तालेबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तालेबान की सरकार विदेशी सहायता पर निर्भर नहीं है इसलिए आर्थिक समस्याएं उसको डिगा नहीं सकतीं।

मुजाहिद ने कहा कि स्वाभाविक सी बात है कि जिसे देश ने भी इतने लंबे समय तक युद्ध का अनुभव किया हो तो वहां पर कुछ आर्थिक समस्याएं तो होंगी। उन्होंने कहा कि तालेबान ने अफ़ग़ानिस्तान के सारे ही आर्थिक स्रोतों को पुनर्जीवित करने का फैसला कर लिया है। तालेबान के प्रवक्ता के अनुसार पिछले 1.5 वर्ष के दौरान बहुत से बुनियादी काम किये गए हैं।

याद रहे कि संयुक्त राष्ट्रसंघ में मानवता प्रेमी सहायता के कार्यालय की ओर से मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी की गई थी जिसमें अफ़ग़ानिस्तान की वर्तमान आर्थिक स्थति का उल्लेख करते हुए कहा गया था कि अगर सही प्रक्रिया जारी रहती है तो फिर तालेबान की सरकार गिर सकती है।

यूएनओसीएचए की रिपोर्ट के हिसाब से अफ़ग़ानिस्तान की दो तिहाई आबादी अर्थात 2 करोड़ 83 लाख लोगों को तत्काल सहायता की ज़रूरत है। वहां पर इस बार पिछले 15 वर्षों में सबसे कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड से इस दौरान 78 लोगों की मौत हो गई।

उल्लेखनीय है कि तालेबान की ओर ये यह दावा एसी हालत में किया जा रहा है कि जब तालेबान को हर महीने विश्व समुदाय की ओर से लगातार सहायता मिल रही है।