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भारत में अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ होने वाली अन्यायपूर्ण कार्यवाहियों के विरुद्ध मिलकर आवाज़ उठाए जाने की ज़रूरत है : रिपोर्ट
भारत में वह दिन दूर नहीं है कि जब इस देश की अदालतों और न्यायपालिकाओं पर ताले लगे होंगे। क्योंकि जिस तेज़ी से अदालतों और जजों की जगह बिल्डोज़र ले रहा है उससे तो ऐसा ही महसूस होने लगा है। सत्ता में बैठे लोग ऑन द स्पाट फ़ैसले कर रहे हैं। ऐसा दिखने लगा है […]
सात वर्ष हो गये इस पत्र को लिखे हुए…..By-Kavita Krishnapallavi
Kavita Krishnapallavi ============ सात वर्ष हो गये इस पत्र को लिखे हुए । 2013 में भी इसे फेसबुक पर पोस्ट किया था । मेरी यह दोस्त बुर्जुआ जीवन और गार्हस्थ्य में व्यवस्थित होने की विफल कोशिश के बाद आज भौतिक समृद्धि और आर्थिक सुरक्षा के बावजूद, अवसाद से जूझते हुए एकाकी जीवन बिता रही है […]
सरकार को फिर से एक नयी ताड़ना नीति बनानी होगी, कुछ बातें कर ली जायें!
Kavita Krishnapallavi ================ कुछ बातें कर ली जायें! राजनीति, साहित्य और समाज के विभिन्न मुद्दों पर मेरी जो राय होती है, जो स्टैंड होता है, उसे दोटूक भाषा में रखती हूँ और व्यंग्य की शैली मेरी आदत सी है — चाहे थोड़ा हास्यमूलक हो, या थोड़ी ज़्यादा ही मिर्ची लगने वाली I फ़ासिस्टों से निर्भीक […]