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मनुष्य को यदि जीवन में सफ़ल होना है तो उसे अपने विचारों को सशक्त बनाना होगा : लक्ष्मी सिन्हा का लेख!
Laxmi Sinha ============== मनुष्य की नियति उसके विचारों की दशा-दिशा से निर्धारित होती है। ऐसा इसलिए,क्योंकि जैसी विचार होंगी,कर्म भी उसी दिशा में होंगी और जिस दिशा में कर्म होंगी, परिणाम भी उसके अनुरूप ही प्राप्त होंगी। यही कारण है कि मनुष्य जैसा सोचता- विचारता है वह वैसा ही बनता जाता है। इसलिए सोच सही […]
*वेश्या बनी गुरु*….. By_R. S. Gupta
R. S. Gupta ============= *🕉️ रात्रि कहानी 🕉️* *वेश्या बनी गुरु* विवेकानंद अमरीका जा रहे थे, तो राजस्थान में एक राज—परिवार में मेहमान थे। राजा ने उनके स्वागत में एक समारोह कियाः अमरीका जाता है संन्यासी। राजा तो राजा! उसने काशी से एक प्रसिद्ध वेश्या भी बुलवा ली। क्योंकि समारोह और बिना वेश्या के हो, […]
जेब कतरा : कुमार मुकेश की कृति
Kumar Mukesh · जेब कतरा: ——— भक्क सल्ला इतना देर तक उसके पीछे-पीछे घुमता रहा लेकिन हाथ क्या लगा? दस रुपये के दो नोट. पाकीट (पॉकेट) तो इतना फुला लग रहा था मानो लाख-दो-लाख होगा, नहीं भी तो कम से कम बीस-पचास हज़ार तो होगा ही. पुरा चार घंटा उसके पीछे लगा रहा, मूड तो […]